पत्नी व बच्चे लेकर छत्तीसगढ़ के मजदूर लौटे अपने प्रदेश
1136 मजदूरों को 40 बसों से कटरा रवाना किया। कई दिनों से अपने घरों को लौटने के इंतजार करने के बाद अनुमति मिलने पर खुशी देखी गई। कोरोना महामारी के कारण जारी लॉक डाउन के बीच कई दिनों से अपने घर जाने के लिए जिला के विभिन्न क्षेत्रों से पंजीकरण कराने के बाद श्रम कार्यालय में पहुंच रहे थे। जिन्हें
जागरण संवाददाता,कठुआ: जिला प्रशासन ने मंगलवार को कठुआ से छत्तीसगढ़ के 1136 मजदूरों को 40 बसों से कटरा रवाना किया, जहां से सभी ट्रेन पर सवार होकर अपने घरों को जाएंगे।
दरअसल, जिले के विभिन्न हिस्सों से जिला मुख्यालय में पहुंचकर कई दिनों से अपने घरों को लौटने का इंतजार करने के बाद मंगलवार को उन्हें अपने घरों को जाने की अनुमति मिल गई, जिसके बाद सभी काफी खुश दिखाई दिए। लॉकडाउन के कारण कई दिनों से अपने घर जाने के लिए जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पंजीकरण कराने के लिए श्रम कार्यालय में पहुंच रहे थे। जिन्हें प्रशासन के आदेश पर श्रम विभाग ने कटरा में ट्रेन उपलब्ध होने तक इंतजार करने को कहा था। हालांकि, उन्हें इस दौरान राशन आदि उपलब्ध कराया।
गत सोमवार को प्रशासन के पास जैसे ही छत्तीसगढ़ जाने के लिए कटरा श्रमिक स्पैशल ट्रेन पहुंचने की सूचना मिली तो उन्हें वहां भेजने की तैयारियां की गई। इसी के चलते मंगलवार सुबह 40 बसों से 1136 मजदूर कटरा रवाना किए गए। जहां से वे श्रमिक स्पेशल ट्रेन के जरिए अपने घरों को लौट गए हैं। छत्तीसगढ़ के लिए ट्रेन उपलब्ध होने की कई दिनों से मजदूर इंतजार कर रहे थे, लेकिन मंगलवार को लंबा इंतजार उनका खत्म हुआ। हालांकि इससे पहले उत्तर प्रदेश व बिहार के लिए भी कठुआ से प्रवासी मजदूरों को जिला प्रशासन भेज चुका है।
श्रम सहायक आयुक्त सपना ने बताया कि उनके पास छत्तीसगढ़ जाने के लिए 1850 के करीब मजदूरों ने पंजीकरण कराया था, लेकिन जब उनकी जाने की बारी आई तो हीरानगर सहित जिन क्षेत्रों में वे रह रहे थे, वहां के स्थानीय लोगों ने उन्हें जाने से रोक लिया। इसलिए 1850 में से 1136 ही रवाना किए गए। अब वो छत्तीसगढ़ जाने के लिए और मजदूरों को नहीं भेजेंगे। हालांकि, अन्य राज्यों को लौटने के लिए और मजदूर पंजीकरण करा रहे हैं, जो प्रक्रिया अभी जारी है, जैसे ही उनके पास ट्रेन उपलब्ध होने की सूचना होगी तब ही उनकी सूची बनेगी।