धूप निकली, भूस्खलन से फिर हुआ मार्ग बंद
खराब रहने के बाद सोमवार को पहाड़ी क्षेत्र में खिलखिलाती धूप निकली। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। करीब एक सप्ताह से घर के अंदर कैद होकर बैठे लोग मौसम साफ होते ही घरों से बाहर निकले। इसके साथ ही माल मवेशियों को भी बाहर निकाला। कई दिनों के बाद बनी कस्बे में रौनक देखने को मिली कस्बे में
संवाद सूत्र, बनी: बीते छह दिनों से मौसम खराब रहने के बाद सोमवार को पहाड़ी क्षेत्र में खिलखिलाती धूप निकली। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली।
करीब एक सप्ताह से घर के अंदर कैद होकर बैठे लोग मौसम साफ होते ही घरों से बाहर निकले। इसके साथ ही माल मवेशियों को भी बाहर निकाला। कई दिनों के बाद बनी कस्बे में रौनक देखने को मिली, कस्बे में सुबह 10 बजे के बाद आसपास के गांवों से लोग खरीदारी के लिए पहुंचे और जरूरी सामान वेगैरह खरीदा। बर्फबारी के कारण गांव कोटी ढग्गर आदि स्थानों पर सेब के पेड़ को नुकसान पहुंचा है , लेकिन किसानों के अनुमान के मुताबिक पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी सेब की पैदावार अच्छी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। किसान मंजूर अहमद, शकील अहमद, चेतराम का कहना है कि बीते वर्ष भी कॉफी हिमपात हुआ था, उसी के चलते इस वर्ष सेब की पैदावार बहुत ही अच्छी हुई थी, उम्मीद है कि अगले वर्ष भी सेब की फसल अच्छी होने की उम्मीद है। गत दिवस डीसी ओपी भगत ने बनी का दौरा कर बनी बसोहली सड़क मार्ग को खोला था, लेकिन सोमवार को एक बार फिर जोरदार भूस्खलन होने के कारण मार्ग दोबारा यातायात के लिए बंद हो गया।
जानकारी के अनुसार कैंबली के नजदीक मार्ग की कटिग के चलते जोरदार भूस्खलन हुआ है, जिससे मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। पूरा दिन दोनों तरफ से ग्रेफ विभाग की मशीने काम करती रही, लेकिन शाम तक मार्ग बंद था और नहीं खुल पाया था। कस्बे में तो बिजली बहाल कर दी गई है, लेकिन अभी भी बनी के कई गांव अंधेरे में डूबे हुए हैं, बिजली विभाग के जेई एम एन शेख का कहना है कि बर्फबारी के कारण करीब 50 से ज्यादा बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं, सभी गांव में बर्फ की वजह से तारे टूट पड़ी है, जिसे ठीक करने के लिए बिजली विभाग के कर्मचारी लगे हुए है। अगर मौसम साफ रहा तो आने वाले दो-तीन दिनों के अंदर बिजली सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।