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प्रशासन की टीम पहुंची ग्रामीणों के द्वार, अधिकारियों ने लोगों की समस्याएं सुनने डाला पंचायतों में डेरा

फिर सरकारी अधिकारियों ने लोगों को पेश आ रही समस्याओं को सुनने के लिए पंचायतों में डेरा डाला है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Nov 2019 01:26 AM (IST)Updated: Tue, 26 Nov 2019 06:18 AM (IST)
प्रशासन की टीम पहुंची ग्रामीणों के द्वार, अधिकारियों ने लोगों की समस्याएं सुनने डाला पंचायतों में डेरा
प्रशासन की टीम पहुंची ग्रामीणों के द्वार, अधिकारियों ने लोगों की समस्याएं सुनने डाला पंचायतों में डेरा

जागरण संवाददाता, कठुआ: पांच माह के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर सरकारी अधिकारियों की टीम ग्रामीणों को पेश आ रही समस्याओं को सुनने के लिए पंचायतों में सोमवार से डेरा डाल दिया है।

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बैक टू विलेज-दो प्रोग्राम के तहत सोमवार को जिला मुख्यालय से करीब पौने दो सौ किलोमीटर दूर दूरदराज के पहाड़ी क्षेत्र बनी में डीसी ओपी भगत के नेतृत्व में पहुंची जिला प्रशासन की टीम को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह दिखा। जिला प्रशासन के द्वार पर अधिकारियों की टीम को लेकर पहुंचने पर लोगों में नया उत्साह दिखा। महिलाओं ने हार पहनाकर स्वागत किया। हालांकि, बैठक में परिचय के बाद डीसी को लोगों ने खुद गत बैक टू विलेज-1 में बताए गए कार्यों के न पूरा होने की बात पूछी। ग्रामीण प्रणव शर्मा, उत्तम चंद गोस्वामी, राजेंद्र कुमार आदि ने कहा कि जो काम उन्होंने बताए थे, उसमें से कोई एक भी नहीं हुआ है।

ग्रामीणों ने इसके अलावा बनी में मुख्य मार्ग से अतिक्रमण हटाने, मार्ग को पक्का करने, अस्पताल में रिक्त पड़े डॉक्टरों के पदों को भरने, ग्रेफ के धीमी गति से सड़क निर्माण कार्य, 30 फीसद लोगों के आधार कार्ड नहीं बनने, पीएम आवास योजना की किश्तें नहीं मिलने एवं मनरेगा की पांच साल से लंबित मजदूरी न मिलना जैसे मुद्दे को लोगों ने उठाया।

कांथल पंचायत में भी लोगों ने गत बैक टू विलेज कार्यक्रम में उठाए गए मुद्दे का हल नहीं होने की शिकायत की। पंचायत के नायब सरपंच कस्तूरी लाल ने अपनी पंचायत की समस्याओं को रखा।

ग्रामीणों से समस्या सुनने के बाद डीसी भगत ने मौके पर मौजूद ग्रामीण विकास विभाग के एसीडीसी सुखपाल सिंह को कारण पूछा। जिनके पास फंड नहीं होने का जवाब था।

इसके बाद डीसी ने ग्रामीणों को बताया कि जो काम गत कार्यक्रम में रखे गए थे,वो अब सभी पूरें होंगे,क्योंकि उनके पास फंड नहीं थे,लेकिन अब उपलब्ध हैं। जल्द ही काम पूरे होंगे। इसके साथ ही इस बार भी नये कार्य रखे जाएंगे और उन्हें भी तय समय पर पूरा किया जाएगा। इस कार्यक्रम का यहीं मकसद है।

बहरहाल, पंचायत घर बनी में आयोजित बैक टू विलेज में ग्रामीणों की समस्या सुनने के साथ-साथ डीसी ने बनी के अस्पताल, टीआरसी सेंटर का भी दौरा किया और वहां पर व्यापत समस्याओं का भी जायजा लिया।

जम्मू से पीडीडी कमिश्नर एवं सचिव हरदेश कुमार, जिला रोजगार निदेशक वित्त, सुरेश कौल, चीफ इंजीनियर अश्वनी कुमार,बनी पंचायत में लद्दाख मामलों के अंडर सेक्रेट्री कादर हुसैन, सित्ती पंचायत में भी इंफॉर्मेशन  विभाग के अंडर सेक्रेट्री मनोज कुमार सहित कई उच्च अधिकारी भी पंचायतों में बैक टू विलेज के तहत लोगों की समस्या सुनने पहुंचे थे। बाक्स---

इन सात ब्लॉकों की 72 पंचायतों में आयोजित हुआ पहले दिन बैक टू विलेज

. बनी, पूंड, बसोहली, बग्गन, डुग्गन, डुग्गैनी, लोहाइ मल्हार, बाक्स---

ये रहीं पहले दिन की गतिविधियां पहले दिन अधिकारियों ने मौलिक कर्तव्यों के चार्टर को पढ़ा, इसके अलावा बैक टू विलेज-1 की रिपोर्ट कार्ड पढ़ा और महत्वपूर्ण अंतर विश्लेषण रिपोर्ट पर चर्चा की और बैक टू विलेज-1 गतिविधियों के पालन पर प्रतिक्रिया प्राप्त की।अधिकारियों ने जीपीडीपी पुस्तिका, ग्राम पंचायत डेवलपमेंट प्रोग्राम ग्राम सभा में 14 वीं एफसी योजना पुस्तिका का भी अनावरण किया। उन्होंने 14 वीं एफसी, आईसीडीएस और पंचायत के स्वयं के संसाधनों की पास बुक के अलावा एमडीएम और आईसीडीएस के लिए खरीद रिकॉर्ड रजिस्टर का भी निरीक्षण किया।ग्रामीण क्षेत्रों में आय बढ़ाने में मदद करने के लिए व्यक्तिगत लाभार्थी आधारित योजनाओं और सरकारी योजनाओं के दिशा-निर्देशों के बारे में जागरूकता भी विभिन्न विभागों के फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और आने वाले अधिकारियों द्वारा तैयार की गई थी। बैक टू विलेूज -2 कार्यक्रम के दौरान बनी में डीसी ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए 15 लाख जारी करने की घोषणा की और वीडियो कांफ्रेंसिग की सुविधा जल्द ही बनी में देने की घोषणा ताकि सरकारी काम करने में आसानी हो सके।


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