हड़ताल स्थगित, फिर दौड़ी निजी बसें
यूनियन द्वारा हड़ताल स्थगित करने की घोषणा के बाद दोपहर से जिला की सड़कों पर बसें दौड़ना शुरू हो गई। जिससे दैनिक यात्रियों ने राहत की सांस ली है। सड़कों पर बसों के फिर दौड़ने शहर में रौनक लौट गई है।
जागरण संवाददाता, कठुआ: विगत छह दिनों से सरोर टोल प्लाजा के विरोध में बस संचालकों की हड़ताल अगले 10 दिनों के लिए स्थगित कर दी गई है। हड़ताल स्थगित होने के साथ ही सड़कों पर बसें दौड़ना शुरू हो गई, जिससे दैनिक यात्रियों ने राहत की सांस ली। इतना ही नहीं, सड़कों पर बसों के फिर से दौड़ने पर शहर में रौनक लौट गई।
बाजारों से गत दिनों की तुलना ज्यादा रौनक रही। इस बीच हड़ताल से सबसे ज्यादा प्रभावित शिक्षण संस्थानों में पड़ने वाले विद्यार्थियों को काफी राहत मिली, जो कई दिनों से शिक्षण संस्थानों में पहुंचने से वंचित थे। कठुआ-जम्मू रूट पर सफर करने वाले यात्रियों ने भी राहत की सांस ली। दैनिक यात्री हरबंस लाल ने बताया कि उन्हें प्रतिदिन जम्मू में सरकारी नौकरी के सिलसिले में जाना पड़ता है। उसके पास वहां पहुंचने के लिए निजी बस से ज्यादा और कोई परिवहन सुविधा नहीं है, क्योंकि निजी बस सेवा उन्हें द्वार पर मिलती है। हड़ताल के चलते उन्हें कई घंटों तक हाईवे पर खड़ा रहकर अन्य राज्यों से आने वाले बसों के पीछे दौड़ना पड़ता है या फिर ट्रेन का सहारा, जहां से पांच किलोमीटर की दूरी तय करके लेना पड़ता था। अगर समय पर स्टेशन पर पहुंचे तो ठीक नहीं तो कार्यालय में समय पर पहुंचने से वंचित रह गए। अब बसों के फिर से दौड़ने पर काफी राहत मिली है।
बता दें कि पिछले छह दिनों से जम्मू-कठुआ रूट पर सरोर टोल प्लाजा खुलने के विरोध में करीब 300 बसों के पहिए थमे थे, जिससे हजारों दैनिक यात्रियों सहित आम लोगों के अलावा विद्यार्थी वर्ग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। त्योहारी सीजन के चलते बसों की हड़ताल और भी ज्यादा दिक्कतें लोगों को हुई हैं।