रामकोट में अब भी सता रहा तेंदुए का डर
बा रामकोट में एक तेंदुए को पकड़ने में सफलता हासिल करली होपरन्तु अभी भी दर्जनों की संख्या में तेंदुए क्षेत्र में बेधड़क घूम रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार जो तेंदुए उन्होंने देखे हैंपकड़ा गया तेंदुआ उनमें से अलग है। स्थानीय इंद्रजीत रैनापरवीन सिंह अमित गुप्ता कुमार सारंग पूरन सिंह विक्रांत गुप्ता गोल्डी आदि ने बता
संवाद सहयोगी, रामकोट: भले ही वाइल्ड लाइफ विभाग ने कस्बा रामकोट में एक तेंदुए को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली है, परंतु अभी भी दर्जनों की संख्या में तेंदुए क्षेत्र में बेधड़क घूम रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार जो तेंदुए उन्होंने देखे हैं और पकड़ा गया तेंदुआ उससे अलग है।
स्थानीय निवासी इंद्रजीत रैना, परवीन सिंह, अमित गुप्ता, कुमार सारंग, पूरन सिंह, विक्रांत गुप्ता, गोल्डी आदि ने बताया कि उन्होंने धार रोड, सामुदायिक भवन, वार्ड 1 के मोहल्ला तालाब, वार्ड 3 के मोहल्ला करथाई, वार्ड 6 और 7 बूल आदि कई दूसरे गांवों में तेंदुए कई बार अकेले घूमते देखे गए हैं, जबकि कई बार दो या तीन बच्चों के साथ भी देखे गए है। जब तक सभी तेंदुए पकड़ में नहीं आ जाते, तब तक दहशत बरकार रहेगी। खासकर लोगों को स्कूल आने जाने वाले बच्चों को लेकर ज्यादा चिता सता रही है। सर्दी के मौसम में वैसे भी लोग जल्दी ही घरों में दुबक जाते हैं। लोगो ने प्रशासन से मांग की है कि जबतक क्षेत्र पूरी तरह से तेंदुआ से मुक्त नहीं हो जाता है, तब तक उसे पकड़ने का अभियान जारी रखा जाए ताकि लोगों को इस दहशत से छुटकारा मिल पाए।
इस संबंध में तहसीलदार आरके राठौड़ ने बताया कि अभी तक लोगों को पूरी तरह से राहत नहीं मिला है। नहीं कह सकते हैं कि लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं। अभी भी दूसरे तीसरे दिन गांवों से लोग फोन पर बता रहे हैं कि उन्होंने तेंदुए को देखा है। वहीं तेंदुए को पकड़ने के लिए जो पिजरे लगाए गए हैं उठाए नहीं गए हैं। वे खुद भी वाइल्ड लाइफ विभग और पुलिस से संपर्क बनाए हुए हैं और हालात पर नजर रखे हुए हैं।