पीड़ित को इंसाफ दिलाने की गुहार
डीसी कठुआ ओपी भगत द्वारा महिला के उपचार के लिए 25 हजार की आर्थिक सहायता दिए जाने का आभार जताते हुए कहा कि बिलावर उपजिला अस्पताल से रेफर किए जाने के बाद रास्ते में होश में आई महिला ने अपने परिवार के साथ जो भी बात साझा की है उसे दरकिनार नही किया जा सकता है। उसकी भी गहन जां
जागरण संवाददाता, कठुआ:
गत 7 दिसंबर को बिलावर के गांव में स्थानीय निवासी निसार अहमद उर्फ ठूठू पुत्र जाकिर हुसैन द्वारा तेजदार हथियार से जानलेवा हमला किए जाने के बाद से जम्मू मेडिकल कॉलेज में जिदगी और मौत से जूझ रही महिला को इंसाफ दिलाने के लिए विहिप के पदाधिकारियों से डीसी कठुआ से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने घायल महिला को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं प्रदान करवाने के लिए उसे एम्स भेजे जाने व इस घटना क्रम की जांच कराए जाने की मांग की।
कठुआ डीसी से मिलने पहुंचे विहिप के प्रदेश उपाध्यक्ष कैप्टन ज्ञान सिंह पठानिया, जिला प्रधान कैप्टन जाट राम शर्मा, जिला मंत्री मदन सिंह, काह के सरपंच दिनेश खजूरिया, रतन वर्मा ने कहा कि इस हमले के बाद घायल महिला को इंसाफ दिलाने के लिए वह लोग लगातार प्रयास कर रहे है। क्योंकि अभी तक जो भी कानूनी कार्रवाई हो रही है उससे वह संतुष्ट नही है। दिनेश खजूरिया ने कहा कि घटना के बाद उसे गंभीर अवस्था में उपचार के लिए बिलावर उपजिला अस्पताल में पहुंचाया गया जहां उसका उपचार कर रहे डॉक्टर ने अपनी रिपोर्ट में उसे किसी जंगली जानवर द्वारा घायल किया गया बताया गया। जबकि महिला के शरीर पर लगे घाव साफ इशारा कर रहे है कि उस पर धारदार हथियार से हमला बोल कर घायल किया गया। उन्होंने डीसी कठुआ ओपी भगत द्वारा महिला के उपचार के लिए 25 हजार की आर्थिक सहायता दिए जाने का आभार जताते हुए कहा कि बिलावर उपजिला अस्पताल से रेफर किए जाने के बाद रास्ते में होश में आई महिला ने अपने परिवार के साथ जो भी बात साझा की है उसे दरकिनार नही किया जा सकता है। उसकी भी गहन जांच करने की जरूरत है क्योंकि मामला सिर्फ हमला कर घायल करने से ही नहीं जुड़ा, मामला संदिग्ध लग रहा है। इसलिए गहन जांच की जरूरत है ताकि हमले करने से पहले की सच्चाई भी सामने आ सके लिहाजा महिला को न्याय दिलाने के लिए उसका मेडिकल करवाने के साथ उसे बेहतर उपचार के लिए एम्स रेफर किए जाने की मांग की है।
वही डीसी कठुआ ने उन्हें बताया कि इस बारे में उनकी बात जीएमसी जम्मू के अधीक्षक से हुई है। अगर महिला का उपचार कर रहे डॉक्टर अनुमति देते हैं तो उसे एम्स भी भेजने का प्रबंध किए जाने पर विचार किया जाएगा। वहीं इस मामले में महिला को इंसाफ दिलाने के लिए जो भी जरूरत पडे़गी उसे भी पूरा किया जाएगा।