शिक्षक के न पहुंचने से बंद रहा स्कूल
ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में सभी सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद भी शिक्षा का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है। एक तो बच्चों की कमी के कारण हीरानगर सब डिवीजन में पहले ही दर्जनों स्कूल क्लब किए हुए हैं और जिन में थोड़े बहुत बच्चे हैं भी वहां कोई सुधार होता नहीं दिख रहा। वीरवार को सलन जोन के अंतर्गत पड़ते चजरथा प्राइमरी स्कूल बंद रहा वहां बच्चे तो आए थे लेकिन शिक्षक नहीं पहुंचे और वह भी वापस घरों में चले गए।
संवाद सहयोगी, हीरानगर : ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में सभी सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद शिक्षा का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता ही जा रहा है। बच्चों की कमी के कारण हीरानगर सब डिवीजन में पहले ही दर्जनों स्कूल को क्लब कर दिया गया है, जिनमें थोड़े बहुत बच्चे हैं वहां भी कोई सुधार होता नहीं दिख रहा। वीरवार को सल्लन जोन के अंतर्गत पड़ते चजरथा प्राइमरी स्कूल बंद रहा। हालांकि, स्कूल के सभी बच्चे पहुंचे थे, लेकिन शिक्षक ही नहीं पहुंचे। इसके कारण बच्च वापस घरों को लौट गए। गांव के पंच रमन सिंह व देवेंद्र सिंह ने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या सात के करीब रह गई, इन्हें पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। वीरवार को बारह बजे तक एक भी शिक्षक नहीं पहुंच था। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार से संबंधित लोग आर्थिक तंगी की वजह से बच्चों को निजी स्कूलों में नहीं पढ़ा सकते, लेकिन सरकारी स्कूलों में सुधार नहीं हो रहा। शिक्षा विभाग को ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में सुधार लाना चाहिए।
उधर, जेडईओ सल्लन राजेंद्र कुमार का कहना है कि उन्हें भी पता चला है कि चजरथ प्राइमरी स्कूल बंद है। दो शिक्षक जम्मू से आती हैं, उसकी ड्यूटी एक बजे तक पथवाल स्कूल में लगी है। स्कूल में शिक्षक क्यों नहीं पहुंचे इस मामले की जांच करेंगे।