नेता जी सुभाष चंद्र बोस के बताए मार्ग पर चलने का लिया संकल्प
वीं जयंती पर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित छप्पड़ मोड पर भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कांग्रेस के पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता व क्षेत्र के अन्य गणमान्य लोगों
संवाद सहयोगी, हीरानगर: नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की 123 वीं जयंती पर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित छप्पड़ मोड पर भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कांग्रेस के पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता व क्षेत्र के अन्य गणमान्य लोगों ने नेता जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। इस दौरान गुप्ता ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। मौके पर उपस्थित लोगों ने राष्ट्रीय गीत गाया।
इस अवसर पर नेता जी की जीवनी पर रोशनी डालते हुए सुभाष गुप्ता ने कहा क देश को आजाद करवाने में सुभाष चंद्र बोस की अन्य शहीदों की तरह अहम भूमिका रही थी, उसे देश की जनता कभी भूल नहीं सकती। 23 जनवरी का दिन विश्व इतिहास में स्वर्णक्षरों में अंकित है। स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक सुभाष चंद्र बोस का जन्म कटक के प्रसिद्ध वकील जानकीनाथ तथा प्रभावती देवी के यहां हुआ था। उनके पिता ने अंग्रेजों के दमनचक्कर के विरोध में रायबहादुर की उपाधि लौटा दी थी, इससे सुभाष चंद्र के मन में अंग्रेजों के प्रति कटुता ने घर लिया था, आइएएस की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद सुभाष चंद्र ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और आजादी के आंदोलन को नई राह देते हुए युवाओं को संगठित करना शुरू किया था। उन्होंने कहा कि देश को आजाद करवाने वाले नेताओं के मार्ग पर चल कर देश की उन्नति के लिए काम करना चाहिए। कार्यक्रम में नायाब सरपंच भगवान दास, आईडी खजुरिया, जगदीश राज, नरेंद्र राठौर, रमेश कुंडल, सतपाल शर्मा आदि मौजूद थे।