खाना बनाने में सल्लन जोन की मधुबाला अव्वल, रजनी दूसरे स्थान पर
मधु बाला दूसरे स्थान पर महानपुर जोन की रजनी बाला और तीसरे स्थान पर बरनोटी जोन की अनिता देवी रही। जिन्हें मुख्य अतिथि डीसी ओ पी भगत ने समग्र शिक्षा विभाग द्वारा नगद पुरस्कार प्रमाणपत्र एवं ट्राफी देकर सम्मानित किया। इसके अलावा बसोहली जोन की संध्या देवी और भड्डू जोन की नीरू देवी सांत्वना
जागरण संवाददाता, कठुआ: समग्र शिक्षा निदेशालय ने शिक्षा विभाग के सहयोग से जिलास्तर पर पहली बार शहर के सरकारी मिडिल स्कूल में मिड- डे मील तैयार करने वाली वर्करों के बीच खाना बनाने की प्रतियोगिता आयोजित की, इसमें 11 शिक्षा जोन से 11 खाना बनाने वाली वर्करों को शामिल किया गया। प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंची वर्कर्स अपने-अपने स्कूल की टॉप मोस्ट कुक थी, जिन्हें इस प्रतियोगिता में स्वादिष्ट राजमा और पनीर की सब्जी तैयार करने का टास्क दिया गया।
प्रथम स्थान पर सल्लन जोन की मधुबाला, दूसरे स्थान पर महानपुर जोन की रजनी बाला और तीसरे स्थान पर बरनोटी जोन की अनिता देवी रही, जिन्हें मुख्य अतिथि डीसी ओपी भगत ने नकद पुरस्कार, प्रमाणपत्र एवं ट्राफी देकर सम्मानित किया। इसके अलावा बसोहली जोन की संध्या देवी और भड्डू जोन की नीरू देवी को सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया किया। डीसी ने विभाग की इस तरह की गतिविधि आयोजित करने पर प्रशंसा करते हुए कहा कि इसे एक तो मील स्वच्छ माहौल में तैयार करने के साथ-साथ वर्कर्स का भी हौसला बढ़ेगा और स्कूलों में इस तरह की व्यवस्था चलाने वालों को और अनुभव मिलेगा।
इस मौके पर मिड डे मील के प्रदेश कोआर्डिनेटर अल्ताफ जरगर ने बताया कि स्कूलों में भोजन तैयार करने वाली कुक को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ स्वच्छ माहौल में बच्चों को खाना तैयार करने के लिए तरीके और क्या-क्या हिदायतें बरतने की जरूरत आदि बताना मुख्य उद्देश्य है। मुख्य शिक्षा अधिकारी टीआर मंगोत्रा ने बताया कि मिड-डे मील योजना तैयार करने वाली कुक को स्कूलों में उपलब्ध बहुत कम बजट में भी स्वच्छ, सुरक्षित स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन तैयार करने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित करना है। इसी के चलते प्रतियोगिता के दौरान शहर के कुछ मुख्य चैफ को भी बुलाया गया, जिन्होंने स्कूलों के कुक को कुछ टिप्स भी दिये। उन्हें चैफ वाली ड्रेस भी पहनाई गई थीं। मुख्य अतिथि डीसी ने भी तैयार खाने का स्वाद चखा। गौर हो कि इससे पहले जोनल स्तर पर प्रतियोगिता कराई गई थीं, जिसमें प्रथम स्थान पर रहने वालों को जिला स्तर पर बुलाया गया था। जिला स्तर पर चयनित पहले तीन कुक को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका दिया जाएगा। हालांकि इस मौके पर मौजूद अन्य मिड-डे मील तैयार करने वाली कार्यकर्ताओं ने स्कूल में इसके लिए प्रति माह एक हजार रुपये मिलने वाले मानदेय को बहुत कम बताते हुए डीसी से बढ़ाने के लिए सरकार से सिफारिश की मांग की।