बारिश व बर्फबारी तो थमी, पर पहाड़ी क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें बरकरार
लोगों को थोड़ी राहत रहीलेकिन गत दिवस हुई बारिश से पहाड़ी क्षेत्र के लोगों की मुश्किलों में कमी नहीं आई है। बनी-बसोहली मार्ग दूसरे दिन भी यातायात के लिए बंद रहा। जिसके चलते दूसरे दिन भी बनी के लिए कोई वाहन बसोहली से रवाना नहीं हो सका है। इससे बनी की 50 हजार आबादी सड़क संपर्क से जिला व प्रदेश
जागरण संवाददाता, कठुआ: मंगलवार को भले ही बारिश नहीं होने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन गत दिवस हुई बारिश व बर्फबारी से पहाड़ी क्षेत्र के लोगों की मुश्किलों में कमी नहीं आई है। बनी-बसोहली मार्ग दूसरे दिन भी यातायात के लिए बंद रहा। इसके चलते दूसरे दिन भी बनी के लिए कोई भी वाहन बसोहली से रवाना नहीं हो सका है। इससे बनी की 50 हजार आबादी सड़क संपर्क से जिला व प्रदेश मुख्यालय से कटी रही। सैकड़ों वाहनों के पहिए मघैर नामक स्थान पर हो रहे भूस्खलन एवं भारी मलबे से फिसलन के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। इससे जिले की करीब 10 फीसद आबादी बारिश एवं बर्फबारी के कारण सड़क सुविधा से वंचित है। इसके अलावा बनी व डुग्गन के दो दर्जन से ज्यादा गांवों में बिजली आपूर्ति दूसरे दिन भी प्रभावित रही।
बनी कस्बे को छोड़कर लगभग सभी आसपास के गांवों में आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। अब मौसम साफ होने के बाद ही वहां आपूर्ति बहाल होने की उम्मीद जताई जा रही है। बर्फबारी के कारण आपूर्ति बहाल करना भी संभव नहीं है। इस बीच बनी एवं बिलावर की ऊंची पहाड़ियां बर्फबारी से लदी हुई हैं। शीतलहर के प्रकोप से ठंड और बढ़ गई है, जिसका असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है।
मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित मैदानी क्षेत्रों में दिन में भी ठंडी हवाएं चलती रहीं। बारिश नहीं होने के कारण भी ठंड से लोगों को राहत नहीं मिल पाई है।
बहरहाल, बनी के डुग्गन, लोहांग, ढग्गर, धमान, भुल्लड़ी, डंडी घुट्टू, संदरून, कलोया, बगान आदि गांवों में बिजली आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। बाक्स---
हीरानगर के सात गांवों में जले ट्रांसफार्मर
संवाद सहयोगी, हीरानगर: सोमवार को हुई बारिश के साथ चली तेज हवाओं की वजह से लाईनों में आए फाल्ट से सीमावर्ती क्षेत्र के मनयारी, पानसर, नौचक कंडी क्षेत्र के गरा,डींगा अंब आदि समेत बीस के करीब गांवों में लोहड़ी को रातभर बिजली सप्लाई बंद रही। कुछ गांवों में मंगलवार सुबह विभाग के कर्मचारियों ने बिजली बहाल कर दी थी, लेकिन बारिश के दौरान सात के करीब ट्रांसफार्मर भी जल गए और कुछ खंभे भी टूट गए। बारिश से हीरानगर के रिसीविग स्टेशन में भी रात को पानी टपकता रहा, जिस से ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों को भी परेशानी हुई। बिजली विभाग के एईई रमन सिंह राठौर का कहना है कि लाई, गदयाल, चडवाल, मेला, सल्लन आदि गांवों में सात के करीब ट्रांसफार्मर जल गए हैं, जबकि दस खंभे टूटे हैं, जिसकी रिपोर्ट भेज दी गई है। अन्य गांवों में दोपहर तक बिजली सप्लाई बहाल कर दी गई है। कोट्स---
बनी के दर्जन से ज्यादा गांवों में आपूर्ति ठप पड़ी है, जिसे बहाल करने के लिए प्रयास जारी है, लेकिन मौसम अनुकूल नहीं होने से आपूर्ति बहाली में बाधा आ रही है, फिर भी वहां जल्द आपूर्ति बहाल करने के प्रयास जारी है।
- मोहम्मद शफी, कार्यकारी अभियंता, जम्मू कश्मीर पावर डेवलपमेंट कारपोरेशन, कठुआ।