फॉग लाइटें लगाएं और कोहरे के मौसम में हादसों से बचे
व्यस्त यातायात मार्गो पर सावधानी से वाहन चलाना अनिवार्य हो जाता हैऐसी स्थिति में जरा सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। इससे पहले कि कोहरे के कोहराम से बचने के लिए चालकों को सबसे पहले अपने वाहनों को फिट रखना जरूरी बन जाता है ताकि सुरक्षित यातायात में उनका भी सहयोग रहे। ऐसी
जागरण संवाददाता, कठुआ: कोहरे के मौसम में सड़क पर ²श्यता कम होने से चालकों के लिए व्यस्त यातायात मार्गो पर सावधानी से वाहन चलाना अनिवार्य हो जाता है, ऐसी स्थिति में जरा सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। इससे पहले कि कोहरे के कोहराम से बचने के लिए चालकों को सबसे पहले अपने वाहनों को फिट रखना जरूरी है, ताकि सुरक्षित यातायात में उनका भी सहयोग रहे।
ऐसी स्थिति में जब मार्ग पर कोहरा हो तो उस समय पहली हिदायत फॉग लाइटें जलाना जरूरी हो जाता है, जिससे काफी हद तक सुरक्षित रहा जा सकता है। इससे सामने आने वाले वाहनों को कम ²श्यता में उसकी गति और मार्ग पर स्थिति को भी देखा जा सकता है। चालक के वाहनों पर अगर फॉग लाइटें नहीं है तो वो अभी से ही उसे लगा लें, हालांकि नये वाहनों में फॉग लाइटों का सिस्टम है, लेकिन कुछ वाहनों में ऐसा सिस्टम नहीं होता है। इसलिए वो अपने वाहनों को कोहरे से मौसम से बचाने के लिए इनका इस्तेमाल जरूर करें।
स्थानीय मार्केट में वाहनों की एसेसरी वाली दुकानों में फॉग लाइटें उपलब्ध हैं. जिनकी कीमत 300 से शुरू हो जाती है और दो हजार तक भी है। वाहन चालक अच्छी कंपनी की फॉग लाइटें वहां से खरीद कर अपने वाहनों को लगा सकते हैं। इसके लिए उसे कहीं बाहर या विशेष खरीदारी की जरूरत नहीं है। आजकल तो फॉग लाइटें भी एलईडी बल्ब वाली आ चुकी हैं।
फॉग लाइटों के अलावा फ्लैश, रिफ्लेक्टर इंडीकेटर बिना मोटर वाली साइकिलों, घोड़ागाड़ी या जुगाड़ वाली घाड़ी में भी लगाना जरूरी है, जो ऐसे मौसम में अक्सर दुर्घटना का कारण बनते हैं। सुबह-सुबह कोहरे के मौसम में अक्सर साइकिल सवार निकलते हैं, जिसमें विद्यार्थी भी स्कूलों में जाते देखे जाते हैं। उन पर पॉथ मार्क लेजर बीम लाइट, डे रनिग लाइट, फ्लैश इडिकेटर, सोलो लाइटें, फ्लैशर लाइटें, पार्किंग लगाए जाते हैं, ताकि सामने से आने वाले वाहन भी उन्हें देखकर सावधान हो जाए। इसके अलावा साइकिल चलाने के लिए राइडर हाईलाइटर वेस्ट, रिफ्लेक्टिव बिब, आर्मस्ट्रिप्स, वियरिग लाइटें भी उपलब्ध है। दोपहिया वाहन चालकों के लिए भी फॉग लाइटें जरूरी हैं। अक्सर बड़े वाहनों की फ्लैश लाइटें ऐसे छोटे वाहनों के चालकों की आंखों पर सीधी पड़ती है, जिससे उन्हें आगे कई बार कुछ भी नहीं दिखता है। अगर कोहरा पड़ा हो तो और भी खतरनाक हो जाता है। ये सभी लाइटें कोहरे के मौसम में सड़क पर चलने में सुरक्षा के मामले में काफी सहायक साबित होती हैं, जिनका प्रयोग कर सुरक्षित यातायात में खुद भी सुरक्षित और दूसरो को भी सुरक्षित रखा जा सकता है।
बाक्स--कोट्स
फॉग लाइटें कोहरे के मौसम में चालक के लिए सुरक्षित यातायात चलाने में काफी अहम साबित होती हैं। चालकों को इनका प्रयोग आवश्य करना चाहिए। अगर किसी के वाहन में फॉग लाइटें नहीं है तो वो बाजार से खरीद कर अभी से ही कोहरा शुरू होने से पहले लगा लें, ताकि उस समय जब कोई दुर्घटना हो जाए तब ही लगाया जाए, इससे पहले चालक हिदायतें बरते तो वह खुद भी दुर्घटना से बच सकता है और दूसरों को भी बचाएगा। चालक का सड़क पर चलने वाले राहगीर को सुरक्षित रखना पहला यातायात का नियम है। फॉग लाइटों का इस्तेमाल से सड़क पर दूर से आने वाले वाहन को देखा जा सकता है।
-अभिषेक शर्मा, जिला यातायात निरीक्षक,कठुआ