पीएचई कर्मियों ने दिया धरना, नारेबाजी
जागरण संवाददाता कठुआ अपनी मागों को लेकर 27 सितंबर से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे पीए
जागरण संवाददाता, कठुआ:
अपनी मागों को लेकर 27 सितंबर से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे पीएचई कर्मचारियों का प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा। शनिवार को हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने पीएचई मैकेनिकल डिवीजन के एक्सईएन कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करते हुई अपनी लंबित मागों के समर्थन में नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे पीएचई डेलीवेजेज यूनियन के प्रधान शिव नारायण सिंह ने कहा कि 27 सितंबर से बकाया वेतन जारी किए जाने व कर्मचारियों को नियमित किए जाने की मांग को लेकर कर्मचारी हड़ताल पर है, लेकिन न तो सरकार ने उनकी कोई सुध ली और न ही प्रशासन द्वारा उनकी समस्याओं को सुना जा रहा है। उन्होंने देश का लोकतांत्रिक प्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि इस व्यवस्था में हड़ताल करना कर्मचारियों को संवैधानिक हक है। सरकार का फर्ज बनता है कि हड़ताल पर बैठे लोगों की समस्या सुनकर समस्याओं का समाधान करे, लेकिन हैरानी की बात है कि इस व्यवस्थाओं की पहरेदारी कर रहे नेताओं तथा अधिकारियों को लोकतंत्र से कोई मतलब नहीं रह गया लगता है। उन्होंने कहा कि जिला में कार्यरत करीब 16 सौ पीएचई डेलीवेजेज कर्मचारियों ने गत दिनों लोकसभा चुनाव में हिस्सा न लेने की घोषणा की थी। एक तो प्रशासन जगह-जगह कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को अधिक से अधिक मतदान करने की अपील कर रहा है, वहीं 16 सौ परिवारों से एक बार भी कोई यह नहीं पूछ रहा कि आखिर वह लोकतंत्र के उत्सव में क्यों नहीं शामिल हो रहे है। इससे साफ हो जाता है कि इनके लिए लोकतंत्र का मतलब सिर्फ व्यवस्था पर काबिज लोगों के इशारे पर चलना ही रह गया है। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच कर चुका है। उन्होंने मैकेनिकल विंग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि कर्मचारियों की करीब 60 माह का वेतन बकाया है, अब सरकार द्वारा 1 माह का दिया जा रहा है, लेकिन मैकेनिकल विंग द्वारा उसे भी देने में आनाकानी की जा रही है। आर्थिक तंगी के कारण कर्मचारी अपने बच्चों का स्कूलों में न तो दाखिला करवा पा रहे है और न ही उनकी कॉपी पेंसिल की व्यवस्था कर पा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों में बलबीर सिंह, महेंद्र कुमार आदि शामिल है।