ऊधमपुर ने मेजबान कठुआ को हराकर जीती कबड्डी प्रतियोगिता
संवाद सहयोगी हीरानगर युवा सेवाएं एवं खेल विभाग की ओर से आयोजित अंतर जिला प्रदेश स्तरीय कबड्डी
संवाद सहयोगी, हीरानगर : युवा सेवाएं एवं खेल विभाग की ओर से आयोजित अंतर जिला प्रदेश स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में रविवार को ऊधमपुर ने मेजबान कठुआ को फाइनल मैच में हरा कर प्रतियोगिता अपने नाम कर ली।
प्रतियोगिता का आयोजन डायरेक्टर जनरल सलीम उर रहमान के निर्देश पर जिला खेल अधिकारी सुनील कुमार की देख रेख में आयोजित किया गया। इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबला जम्मू और ऊधमपुर के बीच खेला गया, जबकि दूसरा मैच मेजबान कठुआ और बारामूला के बीच खेला गया और तृतीय स्थान के लिए जम्मू और बारामूला के बीच मुकाबले हुए।
पहला सेमीफाइनल ऊधमपुर ने 9 अंको से जीत लिया, जबकि कठुआ ने दूसरा सेमीफाइनल 11 अंको से जीता। इसी तरह, तृतीय स्थान के लिए हुए मैच में जम्मू ने 33 अंकों से जीता। फाइनल मुकाबले में ऊधमपुर ने कठुआ को हराकर 35 अंकों से ट्राफी अपने नाम कर ली।
प्रतियोगिता के बाद आयोजित कार्यक्रम में सभी टीम इंचार्जो को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिला साबा की टीम को अनुशासित टीम के अवॉर्ड से नवाजा गया।
उधर, रियासी में पनासा दंगल कमेटी की तरफ से रविवार को 72वां वार्षिक दंगल का आयोजन किया गया, जिसमें दीनानगर के शमशेर पहलवान ने जम्मू कश्मीर पुलिस बसंतगढ़ के विनिया मीन पहलवान को हराकर दंगल का खिताब अपने नाम कर लिया।
दंगल कमेटी के प्रधान मुंशी राम बाली और जम्मू कश्मीर रेसलिंग एसोसिएशन के प्रधान शिवकुमार शर्मा की देखरेख में हुए इस दंगल में रियासी डीडीसी चेयरमैन सर्राफ सिंह नाग, तहसीलदार मुंशीराम, पूर्व मंत्री बाबू जगजीवन लाल, नायब तहसीलदार बलदेव राज बतौर अतिथि मौजूद रहे। दंगल में लगभग 50 मुकाबले हुए। खिताबी मुकाबले के लिए दीनानगर के शमशेर सिंह और बसंतगढ़ के विनिया मीन पहलवान के बीच भिड़ंत हुई, जिसमें विजेता रहे शमशेर पहलवान को 31,000 रुपये और उपविजेता विनिया को 20,000 रुपये इनाम में दिए गए। 12,000 रुपये राशि की दूसरी माली के लिए दीनानगर के बाबा फरीद और डोडा के निसार पहलवान के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें बाबा फरीद विजयी रहे। 12,000 रुपये राशि की ही तीसरी माली के लिए दिल्ली के दीपक और दमाना अखाड़ा जम्मू के बब्बा पहलवान के बीच मुकाबला बराबरी पर रहा। कमेटी के प्रधान मुंशीराम बाली ने बताया कि पनासा में बुजुर्गो के समय से दंगल का आयोजन किया जाता है। बता दें कि रियासी में प्रत्येक वर्ष बहुत से दंगल करवाए जाते हैं। कोरोना काल के बाद से रियासी इलाके में यह पहला दंगल रहा, जिसे देखने दूर-दूर से दंगल के शौकीन पहुंचे।