जीएमसी में सौ को लगानी थी कोरोना वैक्सीन, लगे सिर्फ 38
संवाद सहयोगी कठुआ जिले में दूसरे दिन भी कोरोना के वैक्सीनेशन की व्यवस्था चरमराई रही। आलम यह
संवाद सहयोगी, कठुआ : जिले में दूसरे दिन भी कोरोना के वैक्सीनेशन की व्यवस्था चरमराई रही। आलम यह है कि तय संख्या से आधे लोगों को भी टीका नहीं लग सका। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को सिर्फ 38 स्वास्थ्य कर्मियों को ही कोरोना का टीका लगाया गया, जबकि रोजाना जीएमसी कठुआ में सौ कर्मियों को लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
गौरतलब है कि बीते शनिवार को जीएमसी कठुआ में टीका लगाने का कार्य शुरू किया गया था। रविवार को यह कार्य बंद रहा। सोमवार को फिर टीकाकरण हुआ, लेकिन जीएमसी में स्वास्थ कíमयों को ही टीका लगाया गया। इससे पहले स्वास्थ कíमयों का रजिस्ट्रेशन किया गया, जिसके सत्यापन के बाद उन्हें कोरोना का वैक्सीन लगाया गया। हालांकि, सोमवार को टीका लगवाने वालों में प्रमुख डिप्टी सीएमओ डाक्टर नीरज नागपाल, डाक्टर राज ऋषि शर्मा, डाक्टर दीपक अबरोल, डाक्टर अनिल मेहता, डाक्टर वासना शर्मा ने एकजुटता से कहा कि उन्हें इसमें कोई भी परेशानिया नहीं आईं हैं। वे पुन: अपने कामकाज में लग गए हैं। टीका लगवाने के लिए पहुंची स्वास्थ कर्मी निशू प्रिया ने बताया कि औपचारिकताएं पूरी करते समय से लेकर टीका लगवाने के बाद तक पूरी तरह तनावरहित रहे और चेहरे पर एक मुस्कान के साथ खुद टीका लगाकर दूसरों की शकाओं को भी दूर कर दिया हूं। इसके बाद एक-एक कर सभी टीका लगाने के लिए आगे आते गए। उन्होंने कहा कि इसमें जिस कर्मी का नबंर आता है वह बिना डर से इस टीकेको लगवाए और कोरोना महामारी जैसी बीमारी से बचे। उन्होंने कहा कि पहले सूची में सौ स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाना था, लेकिन पहले दिन 20 और दूसरे दिन 38 कर्मियों को टीका लगाया गया। इस तरह दो दिनों में 58 लोगों को टीका लग चुका हैं।
बहरहाल, स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि सूची में दर्ज व्यक्ति के बाहर होने और बीमार होने की वजह से लक्ष्य के पूरा करने में परेशानी आ रही है। फिलहाल, लोगों को जागरुक करने को लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पोस्टर भी लांच किया गया। बाक्स---
जो छूट गए उनका नंबर दोबारा आने में होगी परेशानी
हर रोज एक बूथ पर 100 लोगों को टीका देने का लक्ष्य रखा गया है। इनका चयन कोविन पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। सभी को कोविन से ही मैसेज भेजा जाता है, लेकिन सवाल ये कि जो टीका लेने से छूट गए उन्हें दोबारा कैसे पड़ेगा। इस बारे में विभाग के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि उनका नाम रीशेड्यूल किया जाएगा, लेकिन यह प्रक्रिया उलझाउ होगी। उनका नाम आने में 10 दिन से ज्यादा का समय भी लग सकता है। हेल्थ विभाग के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि पहला डोज लेने के 28 दिन बाद ही टीके का दूसरा डोज दिया जाएगा। कोट्स---
पहले चरण में जीएमसी कठुआ में 500 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इसके बाद जिले के अन्य कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में लगाया जाएगा। अब जीएमसी प्रशासन को देखना है कि कितने लोगों को लगा पाता है। हालांकि, लक्ष्य सौ लोगों का लगाने का होता है। फिलहाल, टीका सिर्फ जीएमसी में ही लगाया जाएगा। दूसरे दिन कुल 38 लोगों का लगाया गया।
- डाक्टर अशोक चौधरी, सीएमओ, कठुआ। कोट्स---
कोरोना का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। इसे लगाएं और कोरोना को भगाकर स्वयं को सुरक्षित रखें। कोरोना का टीका लगाने से कोई दुष्प्रभाव नहीं है। इसके लिए बकायदा स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को शंका को दूर करने के लिए प्रचार शुरू दिया गया है। लक्ष्य पूरा नहीं होने का कारण सूची में नाम दर्ज व्यक्ति के बाहर होने और बीमार होने की वजह प्रमुख कारण है। कोरोना का टीका लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को प्रमाण पत्र भी अब दिया जा रहा है। 28 दिनों के बाद दोबारा डोज दिया जाएगा।
- डाक्टर वासना शर्मा, जिला टीकाकरण अधिकारी।