ठंड भी नहीं रोक पाई पसंद के उम्मीदवारों को वोट डालने से
राकेश शर्मा कठुआ पूर्व में हुए डीडीसी चुनाव हलकों के मुकाबले में बुधवार को कठुआ
राकेश शर्मा, कठुआ: पूर्व में हुए डीडीसी चुनाव हलकों के मुकाबले में बुधवार को कठुआ और नगरी हलके के मतदाताओं में सबसे ज्यादा उत्साह देखा गया। अब तक के डीडीसी चुनाव में 10 फीसद अधिक मतदान हुआ है जो यह साबित करता है कि मतदाताओं में भी राजनीतिज्ञों की तरह इसी सीट पर ज्यादा उत्साह है। इसी के चलते मतदान के समय भारी ठंड एवं कोहरा भी उनके कदम मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए नहीं रोक पाया।
दरअसल, उक्त हलकों में कुछ ऐसे उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे। जिनके समर्थक मतदाताओं के लिए भी अपनी पसंद के उम्मीदवार के लिए वोट डालना प्रतिष्ठा का दांव बन गया था। इसी के चलते दोनों चुनाव हलकों में उम्मीदवारों के समर्थक अपना वोट डालने में पीछे नहीं रहे। हर उम्मीदवार का समर्थक मतदाता अपने उम्मीदवार के लिए इस मौके को खोना नहीं चाहता था। इन हलकों में कुछ दिग्गजों का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा है। अगर वे हार जाते हैं, तो वे राजनीति में बैकफुट पर चल जाने के क्यास लगाए जा रहे हैं, ऐसा दिग्गजों के समर्थक मानते हैं। इसी सोच को मद्देनजर रखते हुए उनके समर्थक मतदाताओं ने वोट डालने में कोई ढील नहीं बरती और अपनी पंसद के उम्मीदवार को जताने का पूरा प्रयास किया है। हालांकि, जीत किसकी होगी ये तो 22 दिसंबर को ही पता चलेगा, लेकिन जिस तरह से डीडीसी चुनाव में कोहरे एवं ठंड के बीच भी मतदाता घरों से बाहर निकले उससे साफ है कि दोनों चुनाव हलकों में अन्य सीटों की तुलना रोचक मुकाबला हो सकता है, क्योंकि हर कोई अपने-अपने दावे कर रहा है। यह भी साफ है कि मतदान केंद्रों में मतदान करने के लिए आने वाले मतदाताओं ने मतदान करके जितना जोर अपने समर्थक उम्मीदवार को जिताने के लिए लगाया है, उतना ही राजनीतिक दलों ने भी। भाजपा ने तो अपने स्टार प्रचारक के रूप में केंद्रीय मंत्रियों को प्रचार के लिए उतार कर दोनों हलकों को प्रतिष्ठा का दांव पर लगा दिया है। इसके चलते कठुआ एवं नगरी डीडीसी चुनाव हलका पहली बार ही राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है। भाजपा पूर्व की भांति हुए चुनाव की तरह यहां भी अपना परचम लहराने के लिए पूरा जोर लगाए हुए है।