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आठ माह बाद कठुआ रेलवे स्टेशन पर तीन ट्रेनों से 67 यात्री उतरे, सभी की हुई कोरोना जांच

संवाद सहयोगी कठुआ करीब आठ माह बाद कठुआवासियों को रेल सुविधा का लाभ मिलने शुरू हो गए। मंगल

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 12:00 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 12:00 AM (IST)
आठ माह बाद कठुआ रेलवे स्टेशन पर तीन ट्रेनों से 67 यात्री उतरे, सभी की हुई कोरोना जांच

संवाद सहयोगी, कठुआ: करीब आठ माह बाद कठुआवासियों को रेल सुविधा का लाभ मिलने शुरू हो गए। मंगलवार को कठुआ रेलवे स्टेशन पर तीन ट्रेनें रुकी, जिससे 67 यात्री उतरे। विभिन्न राज्यों से आने वाले सभी 67 यात्रियों को रेलवे स्टेशन के बाहर बनाए गए काउंटर पर कोरोना का रैपिड जांच किया गया। हालांकि, सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। उधर, बेगमपुरा व गोरखपुर एक्सप्रेस से विभिन्न राज्यों के लिए कठुआवासी रवाना भी हुए।

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दरअसल, लॉकडाउन लगने के बाद से ही कठुआ रेलवे स्टेशन से रेल गाड़ियों का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। हालांकि, बीच-बीच में रेल मंत्रालय द्वारा रेल गाड़ियां शुरू किए जाने की तैयारी की गई, लेकिन सिरे नहीं चढ़ पाया। अब करीब आठ माह बाद मंगलवार सुबह पहली रेलगाड़ी बेगमपुरा एक्सप्रेस कठुआ रेलवे स्टेशन पर पहुंची। मंगलवार को कठुआ रेलवे स्टेशन पर रुकी बेगमपुरा एक्सप्रेस से 17, गोरखपुर एक्सप्रेस से 35 व मालवा एक्सप्रेस से 15 यात्री उतरे और कोरोना का रैपिड जांच करवाने के बाद अपने गंतव्य स्थान की ओर रवाना हुए। जिला प्रशासन ने पहले से ही ट्रेन सेवा बहाल होते देख कोरोना की जाच के लिए स्टेशन के बाद काउंटर स्थापित किए हुए था। कोरोना जाच केंद्र पर बैठे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सभी आने वाले यात्रियों की कोरोना जाच की जा रही है, इसके बाद ही उन्हें कठुआ में प्रवेश दिया जाएगा। जो कोरोना जाच के दौरान नेगेटिव पाए जाएंगे उन्हें उनके गंतव्य की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी और जो लोग पॉजिटिव पाए जाएंगे उन्हें गृह एकातवास में भर्ती के लिए भेजा जाएगा।

उधर, प्रदेश के प्रवेश द्वार लखनपुर में वाहनों की अंतरराज्यीय आवागमन की सुविधा बंद होने की वजह से विभिन्न राज्यों से आने वाले लोगों को पैदल ही आना जाना पड़ रहा है। इसके कारण लोगों की परेशानिया दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। हालाकि प्रशासनिक अधिकारी लखनपुर का दौरा कर लोगों को राहत देने की बात कर रहे हैं, लेकिन पिछले कई दिनों से इंटर स्टेट बसों का जम्मू कश्मीर में प्रवेश बंद कर दिया गया है। विभिन्न राज्यों से आने वाली इंटर स्टेट बसों से आने वाले यात्रियों को माधोपुर में ही उतार रही हैं, जिसके बाद बस यात्री पैदल ही लखनपुर तक पहुंचते हैं, यहां उनका कोरोना रैपिड जांच होने के बाद जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा मुहैया करवाई गई सरकारी बसों में बैठा कर जम्मू रवाना किया जा रहा है। इस दौरान यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बहरहाल, अनलॉक-पाच लागू किए जाने के बाद भी लखनपुर में लोगों को राहत नहीं मिली, कठुआ जिले के लोगों को भी लखनपुर में रैपिड टेस्ट कराने की छूट नही दी गई है। कठुआ जिले को छोड़ अन्य जिले में जाने वाले लोग सिर्फ पर्ची भरने के बाद आ जा रहे है।

लखनपुर म्यूनिसिपल कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सरदार दर्शन सिंह, जतिन सचदेव, सनी कश्यप, पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप टाक, अजय कुमार कालू, शमशेर सिंह, शिव कुमार, रवि मेहरा, कर्म चंद ने बताया कि सरकार के निर्देश के बावजूद लोगों को परेशान करने के लिए लखनपुर से प्रतिबंध नहीं हटाए जा रहे हैं। इससे साफ है कि प्रदेश में नौकरशाही हावी हो चुकी है। लखनपुर बॉडर को अब खोल देना चाहिए। लोगो ने इंटर स्टेट बसों को जम्मू कश्मीर में आने जाने की इजाजत देने की माग की है, ताकि परेशान ना होना पड़े। जम्मू से अगर किसी यात्रियों को अन्य राज्यों को जाना हो तो उसे माधोपुर पंजाब जाकर बस लेनी पड़ रही है। और लखनपुर से एक डेढ़ किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ रहा है।


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