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सीमावर्ती गांवों में पांच माह से बंकर का निर्माण कार्य अधर में

संवाद सहयोगी हीरानगर पाकिस्तान की गोलाबारी से बचाव हेतु हीरानगर सेक्टर के गावों में बंकर निर्मा

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 11:19 PM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 11:19 PM (IST)
सीमावर्ती गांवों में पांच माह से बंकर का निर्माण कार्य अधर में
सीमावर्ती गांवों में पांच माह से बंकर का निर्माण कार्य अधर में

संवाद सहयोगी, हीरानगर : पाकिस्तान की गोलाबारी से बचाव हेतु हीरानगर सेक्टर के गावों में बंकर निर्माण कार्य पिछले पाच माह से अधर में है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि भले ही इस समय सीमा पर शाति बनी हुई है, लेकिन पाकिस्तान का कोई भरोसा नहीं कब दोबारा गोलाबारी शुरू कर दे। ऐसे में सरकार को बंकरों का निर्माण कार्य जल्द मुकम्मल करना चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर लोग बंकरों के अंदर सुरक्षित रह सके।

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लोंडी पंचायत के सरपंच देवराज गंदरभ सिंह का कहना है कि उनकी पंचायत में ग्रामीण विकास विभाग ने 176 बंकरो का निर्माण करवाना था। ठेकदारों ने सौ के करीब बंकरों निर्माण कार्य मुकम्मल कर दिया है, जिसकी अभी तक उन्हें पेमेंट नहीं मिली और 76 के करीब बंकर अधर में लटके हुए हैं। उन्होंने कहा कि 84 लोगों के घरों में बंकर निर्माण के लिए पर्याप्त जमीन नहीं थी। उनकी सूची भी दोबारा भेजी गई है। उसकी भी मंजूरी नहीं मिली। ग्रामीणों का कहना है कि आगे बरसात शुरू होने वाली है। अगर उससे पहले बंकरों का निर्माण कार्य मुकम्मल नहीं हुआ तो पानी भर जाएगा। संबंधित विभाग को ठेकेदारों की पेमेंट का भुगतान कर जल्द काम शुरू करवाना चाहिए अन्यथा लोग अपनी जायज माग को लेकर आदोलन शुरू कर देंगे।

इस संबंध में बीडीसी चेयरमैन रामलाल कालिया का कहना है कि लोगों की माग जायज है। ग्रामीण विकास विभाग ने उस समय उच्चाधिकारियों के आदेश पर बिना टेंडर के बंकरों का निर्माण कार्य शुरू करवाया था। विभाग में तीन लाख तक के काम बिना टेंडर के करवाने का प्रावधान था। बाद में ठेकेदारों की पेमेंट रोक दी गई। पेमेंट नहीं होने की वजह से आगे काम रूका हुआ है। सरकार को पहले ठेकेदारों की पेमेंट का भुगतान कर आगे का काम शुरू करवाना चाहिए। उप राज्यपाल तथा केंद्रीय मंत्री डा जितेंद्र सिंह से भी माग की गई है। कोट्स---

हीरानगर सब डिवीजन में ग्रामीण विकास विभाग को 819 बंकर बनाने का लक्ष्य दिया गया था। इसमें 198 बंकर मुकम्मल हो चुके हैं, जबकि 52का निर्माण कार्य अधर में है 70 सामुदायिक बंकरों के टैंडर लगाए गए हैं। हालांकि, 12 करोड़ रुपये की पेमेंट रूकी हुई है, जिस कारण आगे काम बंद पडा हुआ है।

- एन डी शर्मा, एसीडी, ग्रामीण विकास विभाग, कठुआ।


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