80 हेक्टयर भूमि पर बीस हजार सेब का पेड़ लगाने का लक्ष्य
संवाद सहयोगी बनी जिले का पहाड़ी क्षेत्र बनी सेब की पैदावार के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। बागवान
संवाद सहयोगी, बनी: जिले का पहाड़ी क्षेत्र बनी सेब की पैदावार के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। बागवानी विभाग भी प्रतिवर्ष सेब के पेड़ लगाने के लिए विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लोगों से पेड़ लगाए जाते हैं, इस वर्ष भी पहाड़ी तहसील में सेब के पेड़ लगाने के लिए 80 हेक्टयर भूमि पर बीस हजार के करीब सेब के पेड़ लगाने का लक्ष्य तय किया गया है, इसके लिए किसानों के भूमि के दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं।
बागवानी विभाग के अधिकारी संजीव सिंह के अनुसार जिला कपैक्स बजट के अंतर्गत किसानों को सब्सिडी पर सेब के पेड़ लगाने के लिए दिए जाएंगे, इसके लिए बीस हजार के करीब पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है। करीब 150 किसानों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि किसानों के दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं, क्योंकि पहाड़ी क्षेत्र में पेड़ लगाने का समय फरवरी से मार्च माह तक ही रहता है। समय से पहले पेड़ उपलब्ध करवा दिए जाएं, ताकि किसान बागवानी के माध्यम से अपनी आमदनी बढ़ा सकें और इससे अच्छा लाभ ले सके। पहाड़ी तहसील बनी में अगर मौसम अच्छा रहा तो सेब की पैदावार अच्छी मात्रा में होती है। यहां का सेब पठानकोट जैसी मंडियों में भी बिकता है, लेकिन कभी-कभी किसानों पर मौसम की ऐसी मार पड़ती है कि फल लगने से पहले ही ओलावृष्टि होती है, जिसके कारण भगवान मायूस रहते हैं। फिर भी बागवान अपने लिए और रिश्तेदार को बांटने के लिए काफी मात्रा में सेब का उत्पादन करते हैं। बारिश 2020 में बनी में सेब को इतना उत्पादन था कि रखने के लिए कोई स्थान नहीं था और न ही कोई बाजार बची थी। लोगों ने ट्रक भरकर बहुत कम दाम पर पठानकोट मंडी में पहुंचाया था, यही कारण है कि बागवानी विभाग भी किसानों को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सेब उगाने के लिए जागरूक करते रहते हैं।