33 एमएम वर्षा से मिली उमस भरी गर्मी से राहत, हाईवे पर जलभराव से परेशानी
जागरण संवाददाता कठुआ जिले में बीती बुधवार रात से जारी वर्षा के बाद मौसम में जहां बदलाव अ
जागरण संवाददाता, कठुआ: जिले में बीती बुधवार रात से जारी वर्षा के बाद मौसम में जहां बदलाव आ गया है, वहीं पिछले कई दिनों से उमस भरी गर्मी में परेशान हो रहे लोगों को बड़ी राहत मिली है।
रात से जारी वर्षा वीरवार को दिन में भी रुक रुक कर होते रही, जिससे दिन में भी मौसम वर्षा वाला बना रहा। वर्षा से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं किसान वर्ग को धान की रोपाई एवं सिचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल गया है। इससे अब वे अपनी खेती कार्य सुचारु रूप से कर सकेंगे। हालांकि, अब मानूसन के भी जल्द दस्तक देने की उम्मीद बन गई।
बीती रात से लेकर वीरवार शाम तक जिले में 33 एमएम वर्षा हो चुकी है, जिससे अधिकतम तापमान गिरकर 28.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम अभी 26.3 डिग्री सेल्सियस पर है। मौसम विभाग के अनुसार अभी 2 जुलाई तक वर्षा होने की संभावना है। ऐसे में लोगों को गर्मी से राहत मिलती रहेगी। इधर, बरसात अभी शुरू हुई नहीं कि वर्षा का पानी शहर सहित हाईवे पर जल निकासी के उचित प्रबंध न होने से सड़क मार्ग पर भराव होने लगा है। इससे राहगीरों को अपने गंतव्यों पर आने जाने में परेशानी हो रही है।
वीरवार को हर बार की तरह वर्षा के बाद हाईवे पर हटली मोड़ पर एक लेन तालाब का रूप धारण कर गई, जिसमें एक दूध बेचने वाला डूबने से बाल- बाल बचा। हालांकि, मौके पर समय रहते आसपास के लोगों ने उसे पानी में पूरी तरह से गिरने से बचा लिया। ऐसा ही हाल प्रदेश द्वार लखनपुर में देखा गया, जहां पर प्रशासन ने श्री अमरनाथ यात्रा शुरू होने से सड़क मार्ग को बेहतर बनाने में पूरा जोर लगाने का दावा किया, लेकिन वहां टोल प्लाजा के पास फ्लाईओवर के नीचे वर्षा के पानी से तालाब बना हुआ था, जिससे वाहन चालक उससे गुजर रहे थे। प्रशासन के मुख्य प्रवेश द्वार पर भी जल निकासी के प्रबंध हवा हवाई साबित हुए। हाईवे पर भी जल निकासी के पूर्व प्रबंध न होने से श्री अमरनाथ श्रद्धालुओं को भी आगे बढ़ने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सब कुछ सामान्य चलता रहा।
बहरहाल, शहर में भी कई स्थानों पर बरसात से पूर्व नालों की उचित सफाई न होने से फंसी गंदगी सड़कों पर बहती दिखी। वर्षा से रात को हालांकि बिजली आपूर्ति प्रभावित रही, लेकिन दिन में सुचारु चलती रही।