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टोल बचाने के लिए लिंक मार्ग से गुजरने पर जताई आपत्ति

जागरण संवाददाता कठुआ करीब एक साल बाद लखनपुर टोल प्लाजा के खिलाफ स्थानीय निवासी एक बार

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 05:05 PM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 05:05 PM (IST)
टोल बचाने के लिए लिंक मार्ग से गुजरने पर जताई आपत्ति
टोल बचाने के लिए लिंक मार्ग से गुजरने पर जताई आपत्ति

जागरण संवाददाता, कठुआ : करीब एक साल बाद लखनपुर टोल प्लाजा के खिलाफ स्थानीय निवासी एक बार फिर मोर्चा खोलने की तैयारी में जुट गए हैं। इसका संकेत मंगलवार को स्थानीय निवासियों ने टोल प्लाजा से जिला कठुआ के पंजीकृत वाहनों को टोल फ्री करने की मांग को दोहराकर किया। वहीं, टोल बचाने के चक्कर में दूसरे राज्यों से आने वाले सैकड़ों वाहनों के कस्बे से निकलने वाले वैकल्पिक मार्ग से गुजरने के दौरान आ रही समस्या को लेकर प्रदर्शन भी किया गया।

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प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि एक तो लखनपुर क्षेत्र में स्थापित टोल प्लाजा से जिला के पंजीकृत वाहनों को टोल माफ होना चाहिए, ऐसा प्रावधान हाईवे अथारिटी ने अन्य टोल प्लाजा में स्थानीय नंबर के वाहनों के लिए दे रखा है, उसका उदाहरण सांबा जिला है, जिन्हें सरोर टोल प्लाजा पर टोल नहीं देना पड़ता है, लेकिन यहां पर जिले के पंजीकृत वाहनों से लगातार वसूला जा रहा है, इसके लिए वे शुरू से ही आवाज उठाते रहे हैं और अब इस मांग को पूरा होने तक चुप नहीं रहेंगे। इसके लिए अगर उग्र प्रदर्शन भी करना पड़ा तो वो पीछे नहीं हटेंगे।

साथ ही स्थानीय निवासियों ने टोल बचाने के चक्कर में अन्य राज्यों के वाहनों से उनके कस्बे स्थित बने वैकल्पिक मार्ग से बड़ी संख्या में गुजरने से उन्हें भारी परेशानी होने की बात कही। साथ ही कहा कि इससे उनके कस्बे में दुर्घटनाओं की आशंका बनी है, क्योंकि लिक और सिगल वाहन के गुजरने वाले मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है। इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है, कम से कम जो कभी कभार प्रदेश में आते हैं, उन्हें तो वैकल्पिक मार्ग नहीं चुनना चाहिए। स्थानीय वाहन चालक वह भी जो हलके वाहनों वाले हों, जिसे काम धंधे या अन्य जरूरी काम के लिए बार बार रोज वहां से गुजरना होता है, उसकी बात मानी जा सकती है, क्योंकि उसे बार बार टोल से होकर गुजरने में भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए इसका कड़ा संज्ञान लिया जाए, प्रशासन इसका संज्ञान लें,अन्यथा उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ेगा।


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