आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों का रुझान स्ट्राबेरी की खेती की तरफ
संवाद सहयोगी हीरानगर मौसम में बदलाव के चलते पारंपरिक फसलों से लगातार हो रहे कम मुना
संवाद सहयोगी, हीरानगर : मौसम में बदलाव के चलते पारंपरिक फसलों से लगातार हो रहे कम मुनाफे के कारण अब किसानों का रूझान स्ट्राबेरी की खेती की ओर बढ़ रहा है, ताकि वे अपनी आमदनी बढ़ा सकें। बागवानी विभाग भी किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए स्ट्राबेरी की खेती के लिए सब्सिडी मुहैया करवाने के साथ-साथ नई तकनीक की जानकारी दे रहा है।
हीरानगर सेक्टर में इस बार हरिपुर, गंगूचक समेत अन्य गांवों में 12 के करीब किसानों ने तीन हेक्टेयर में स्ट्राबेरी लगाई है। गंगूचक के किसान पुरुषोत्तम लाल का कहना है कि मौसम में बदलाव की वजह से गेहूं व धान की फसल से मुनाफा कम हो रहा है। कोई अन्य रोजगार भी नहीं। ऐसे में बागवानी विभाग ने स्ट्राबेरी लगाने की सलाह दी थी, जिसके बाद पहली बार एक कनाल में स्ट्राबेरी के पौधे लगाए हैं। इसके लिए उसे सब्सिडी भी मिली है। पिछले साल हीरानगर में कुछ किसानों ने स्ट्राबेरी लगाई थी, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा मिला था। अगर इससे मुनाफा हुआ तो अगले साल से बड़े स्तर पर करेगा।
वहीं, बागवानी विभाग के जिला अधिकारी रघु शर्मा का कहना है कि स्ट्राबेरी की खेती से किसान एक कनाल में 30 हजार तक कमा सकते हैं। इस बार 12 किसानों ने खेती शुरू की है। उन्हें पौधे लगाने के लिए 13 हजार प्रति कनाल सब्सिडी दी गई है। एक कनाल में डेढ़ क्विंटल तक उत्पादन हो जाता है। बाजार में इसकी मांग काफी है। विभाग की तरफ से शिविर लगाकर किसानों को खेती के लिए समय-समय पर जागरूक करता रहता है। स्ट्राबेरी को बेचने के लिए भी विभाग किसानों को सहयोग दे रहा है। इसके साथ ही एलोवेरा की खेती के लिए भी विभाग किसानों को प्रेरित कर रहा है, ताकि वे विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकें।