विकास कार्य न होने से पंचायतों में रोष
अभियान के दौरान लोगों द्वारा बताए गए विकास कार्यों के नहीं होने और सरकार द्वारा दूसरे चरण भी शुरू करने से क्षेत्र के सरपंच पंचो में रोष व्याप्त है और उनका कहना है कि सरकार को पहले चरण में रखे गए विकास करवा कर ही अगला चरण शुरू करना चाहिए। शुक्रवार को दयाला चक में आयोजित पत्रकार वार्ता में सरपंच
संवाद सहयोगी, हीरानगर: पहले चरण के बैक टू विलेज अभियान के दौरान लोगों द्वारा बताए गए विकास कार्यों के नहीं होने और सरकार द्वारा दूसरे चरण भी शुरू करने से क्षेत्र के सरपंच व पंचो में रोष व्याप्त है। सरपंचों का कहना है कि सरकार को पहले चरण में रखे गए विकास कार्य करवा कर ही अगला चरण शुरू करना चाहिए।
शुक्रवार को दयाला चक में आयोजित पत्रकार वार्ता में सरपंच भागमल खजुरिया, सुदेश कुमार, काका राम, डाली शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा बैक टू विलेज अभियान चलाने का पहले सरपंच व पंचो ने स्वागत किया था, लेकिन उसका जमीनी स्तर पर कोई असर देखने को नहीं मिला। पहले चरण के छह माह बाद भी पंचायत में विकास कार्य शुरू नहीं हुए, यहां तक कि मनरेगा के तहत 2015-16 में हुए विकास कार्यों की वकाया पेमेंट ग्रामीण विकास विभाग ने अभी तक नहीं की। टाइल सीमेंट का भुगतान तो कर दिया, लेकिन जिन बेरोजगार युवाओं ने मीटिरियल खरीद कर दिया था, उन भुगतान आज तक नहीं किया। उन्होंने कहा कि गांवों में लोगों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही। सड़कों व गलियों की हालत ठीक नहीं और न ही एक साल में जर्जर पंचायत घरों की मरम्मत करवाई गई।
प्रशासनिक अधिकारी सरपंच व पंचो को बैठकों में तो बुला लेते हैं, मगर जमीनी स्तर पर कुछ नहीं हो रहा। जिन लोगों ने चुन कर भेजा है, उन्हें क्या जबाव दें। पहले कहा गया था कि विकास कार्यों के लिए मीटीरियल सरपंच पंच खरीदेंगे और अब विभाग खुद खरीदने की बात कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो सरपंच व पंच एकजुट होकर संघर्ष शुरू कर देंगे। सरपंचों ने सरकार से पहले चरण के बैक टू विलेज में रखे गए विकास कार्यों को करवा कर ही दूसरा चरण शुरू करना चाहिए।
इस अवसर पर सरपंच शीतल शर्मा, रजनी शर्मा, नीशा रानी, रतन चंद, अजीत कुमार, विजय कुमार पप्पू आदि भी मौजूद थे।