गांवों में भी पेयजल हुआ सुचारु, हड़ताल जारी
दिन से जारी पीएचई के अस्थायी कर्मियों की हड़ताल का विभाग की आपूर्ति पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू-शुरू कुछ प्रभाव पड़ालेकिन उसके बाद विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था करके आपूर्ति को गांवों में भी जारी रखने के प्रबंध कर लिए हैं। जिसके चलते पीएचई कर्मियों की हड़ताल असरदा
जागरण संवाददता, कठुआ: लंबित मांगों को लेकर विगत आठ दिनों से पीएचई के अस्थायी कर्मियों की हड़ताल का विभाग की आपूर्ति पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। गांवों में भी विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था कर आपूर्ति को सुचारु बनाने के प्रबंध कर लिए हैं। इसके कारण ग्रामीणों को राहत मिली है। अब तो विभाग ने शहर व आसपास के गांवों में आपूर्ति ठप करने के हड़ताली कर्मियों द्वारा किए जा रहे प्रयास को नाकाम बनाने के लिए पुलिस का भी सहयोग ले लिया है, ताकि किसी भी स्टेशन पर हड़ताली कर्मी जबरन आपूर्ति बंद न करवा सके। हालांकि, कठुआ में अभी तक इस तरह का कोई मामला नहीं आया है, जिसमें पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा हो।
दरअसल, हड़ताल पर गए अस्थायी कर्मियों के बाद शहर में आपूर्ति सुचारु चल रही है, वहीं कुछ गांवों में स्थानीय गांववासी भी खुद स्टेशन पर आपूर्ति चलाकर पीने के लिए पानी का प्रबंध किए हुए हैं। दैनिक जागरण ने हमीरपुर में विभाग के ट्यूबवेल को वहां किसी कर्मी की बिना मौजूदगी के चलते पाया। जानकारी लेने पर पता चला कि क्षेत्र के स्थायी कर्मी अधिकारियों के निर्देश पर तीन से चार गांवों के ट्यूबवेलों को एक साथ एक समय में चलाकर आपूर्ति सुचारु रखे हुए हैं। इसी के चलते बीते आठ दिन से जारी लगातार हड़ताल के बावजूद पानी को लेकर कहीं भी मारामारी नहीं है।
विभाग ने 1200 कर्मियों की कामछोड़ हड़ताल से निपटने के लिए अस्थायी प्रबंध किए हुए है। इधर, शहर में भी विभाग आपूर्ति सुचारु रखने में सफल हो गया है। कंडी के कुछ गांवों में जहां आपूर्ति प्रभावित हुई, वहां भी कुछ दिन के अंतराल बाद आपूर्ति देने के लिए या तो दूसरे स्थानों से स्थायी कर्मी भेजे गए या फिर वहां के जानकार ग्रामीण भी काम चला रहे हैं। हड़ताली कर्मी अब स्टेशन पर जाकर वहां काम कर रहे दूसरे स्थायी कर्मियों को आपूर्ति नहीं देने की अपील करने लगे हैं, जो उनकी अपील नहीं सुनने का प्रयास करता है, वहां जबरन बंद कराने की नीति बना रहे हैं,लेकिन इससे पहले ही विभाग ने पुलिस को ऐसी हरकत करने वाले पर कार्रवाई के लिए साूचित कर दिया है। अब हड़ताली कर्मी हड़ताल बेअसर साबित होते देख अगली क्या रणनीति अपनाते हैं,इसका पता सोमवार को ही चल पाएगा।