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शहर का वीवीआईपी वार्ड, फिर भी विकास को मसीहा की तलाश

शहर का वीवीआईपी वार्ड फिर भी विकास को मसीहा की तलाश संवाद सहयोगी बसोहली कस्बे का वार्ड 12 समस्याओं के मकड़जाल में घिरा हुआ है। इस वार्ड

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 08:37 PM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 06:39 AM (IST)
शहर का वीवीआईपी वार्ड, फिर भी विकास को मसीहा की तलाश
शहर का वीवीआईपी वार्ड, फिर भी विकास को मसीहा की तलाश

संवाद सहयोगी, बसोहली: कस्बे का वार्ड 12 समस्याओं के मकड़जाल में घिरा हुआ है। इस वार्ड को वीआईपी कहा जाता है, मगर यहां पर आज तक नाममात्र ही सुविधाएं ही प्रदान की गई हैं। कहने को तो यह कस्बे की म्यूनिसिपल कमेटी का वार्ड है, मगर इस वार्ड में न तो कोई स्थाई तौर पर सफाईकर्मी को तैनात किया गया है और न ही औपचारिकता के तौर पर सफाई अभियान चलाया गया।

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गंदगी का आलम पूरे वार्ड में देखा जा सकता है। बंद पड़ी नालियों को साफ करने कोई कार्रवाई नहीं की जाती है और नये सिरे से बनाने के लिये भी। यहां पर लोगों को पानी की किल्लत से हर रोज दो चार होना पड़ता है। वार्ड में बसोहली महानपुर सड़क से सटे कुछ घर ऐसे हैं, यहां पर कई सालों से पाइपों को बदलने की मांग उठती रही, मगर केवल सर्वे ही हुए काम नहीं। पानी सप्ताह में एक या दो बार आता है, लोगों को टैंकर से खरीद कर पानी लेना पड़ता है। बिजली की ढीली तारें अक्सर घटना का कारण बनती रही हैं। खासकर जब आंधी चलती है तो यह तारें आपस में टकरा कर चिंगारियां पैदा करती हैं, जिन्हें कसने के लिये कोई कार्रवाई नहीं हुई। वार्ड में एक घर ऐसा भी है यहां पर आज तक बिजली के खंभे नहीं लगाये गये।

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विभाग प्रमुख का आवास, फिर भी सफाई का बुरा हाल

वार्ड 12 यहां पर एडीसी बसोहली का क्वार्टर है, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी का क्वार्टर, एईई पीएचई, एसडीएओ कृषि विभाग कार्यालय एवं क्वार्टर, सीडीपीओ कार्यालय, रंजीत सागर बांध का कंट्रोल रूम, बीडीओ कार्यालय एवं क्वार्टर, बागवानी विभाग का कार्यालय एवं क्वार्टर, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण विभाग के अलावा कई और कार्यालय हैं। विकास के मामले में यहां पर सदा अनदेखी ही हुई।

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वार्ड में सफाई की व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित है। यहां पर बरसात में गंदगी और ज्यादा हो जाएगी और महामारी का भय बना रहेगा। कमेटी कार्यालय को सफाई के लिये कर्मचारियों को तैनात किया जाना चाहिए।

अनिल कुमार। बॉक्स---16

बंद पड़ी नालियों को साफ करने के लिये काम लगाना चाहिए। बंद पड़ी नालियों के कारण मक्खी मच्छर पनपना शुरू हो गये हैं इस वार्ड में तो फागिंग करवाने का तब तक कोई लाभ नहीं जब तक सफाई ही नहीं होगी।

सन्नी कुमार। बाक्स--17

अपनी ओर से इस वार्ड की समस्याओं को लेकर बिजली, पानी, कमेटी कार्यालय की बैठकों, प्रशासनिक अधिकारियों तक आवाज बुलंद की, मगर कोई भी कार्रवाई करने के प्रति दिलचस्पी नहीं लेता है। वार्ड में सबसे ज्यादा समस्याएं हैं।

विशाल कुमार, पार्षद। बाक्स--18

वार्ड की कांता देवी पत्नी बंसी लाल के घर में आज तक बिजली नहीं लग पाई है। उसने अपने खर्च से एक बल्ब लगाने के लिये किसी के घर में तार डाली है। यहां पर बिजली की तारें पेड़ों से जुड़ी हुई हैं जिन्हें ठीक करवाने के लिये कोई कार्रवाई नहीं की जाती।

-अशोक कुमार। बाक्स--

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वार्ड में पानी की किल्लत सबसे ज्यादा है। वार्ड में पानी की कोई समय सारिणी नहीं है। पुरानी पाइपों को बदला जाना चाहिए ताकि सब को एक जैसा पानी मिल पाये। यहां पर पानी का कोई भी प्राकृतिक स्रोत भी नहीं। लोग पानी लेने कहां जायें।

-विजय कुमार। बाक्स--20

वार्ड में सफाई कर्मी एक नहीं, बल्कि तीन के करीब चाहिए मगर एक भी नहीं ऐसे में वार्ड की सफाई राम भरोसे है। यहां जगह मिली वहां पर लोगों को गंदगी फेंकने को मजबूर होना पड़ रहा है। जबकि यह वार्ड सबसे ज्यादा ऑफिसरों का वार्ड है।

सुभनेश कुमार।


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