इंटरस्टेट बस स्टॉप की सुविधा के निर्माण पर फिर लगी ब्रेक
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फोटो सहित-6,7 राकेश शर्मा, कठुआ : इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि जिला कठुआ के छह लाख आबादी की पहली और प्रमुख इंटरस्टेट बस स्टॉप की मांग को पूरा करने के लिए शुरू की परियोजना के कार्य में फिर से ब्रेक लग गई है। नेशनल हाईवे से सटे जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल के समीप बन रहे जिले के पहले इंटरस्टेट बस स्टॉप का काम कुछ महीने से फिर रुका है। हैरानी इस बात की है कि अक्सर राज्य के किसी भी सरकार में उपमुख्यमंत्री के अधीन रहने वाले हाउसिंग अर्बन डेवलपमेंट विभाग द्वारा कराए जाने वाले कार्य में बार-बार ब्रेक लगती है, हालांकि अब तो इंटरस्टेट बस स्टॉप का मुख्य जमीनी स्तर का ग्राउंड का निर्माण कार्य पूरा हुए एक साल हो गया है, अब वहां अतिरिक्त बसों के ठहराव के लिए कंकरीट के पक्के शेड सहित यात्रियों के लिए अन्य सुविधाएं देने का काम भी शुरू किया जा चुका है, लेकिन वो भी अब कुछ समय से रुका पड़ा है। स्थानीय नगर परिषद के अधिकारियों के पास निर्माण कार्य रुकने के कारणों की जानकारी नहीं है। निर्माण कार्य जम्मू से लोकलबॉडीज के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा कराया जा रहा है। गत दिसंबर 2016 के दौरान राज्य के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह, जिनके पास लोकलबॉडीज विभाग भी था, ने अपने हाथों से निर्माण कार्य शुरू करने के बाद मार्च 2017 तक सभी राज्यों की बसों का ठहराव शुरू करने की घोषणा की थी और यह भी कहा था कि अन्य सुविधाओं का निर्माण कार्य जारी रखने बीच ही बस स्टॉप की मुख्य सुविधा यात्रियों को 1 अप्रैल 2017 से नोटिफिकेशन निकाल पहले शुरू कर दी जाएगी। उस घोषणा के बाद हालांकि, बस स्टॉप पर तारकोल भी डाल दिया गया और ग्राउंड का कार्य भी पूरा कर दिया, लेकिन बसों के ठहराव के लिए आज तक नोटिफिकेशन जारी नहीं हो सकी है। यात्रियों को भले ही उक्त सुविधा नहीं मिली लेकिन बस स्टॉप के लिए तैयार पड़े खाली ग्राउंड का फायदा अब हाईवे पर चलने वाले ट्रक चालक वहां अपने वाहन पार्क कर जरूर उठा रहे हैं। हालांकि, उसके बाद बसों और यात्रियों के ठहराव सहित अन्य सुविधाएं देने के लिए 14 करोड़ की परियोजना का कार्य शुरू किया गया, लेकिन बीच-बीच में रुक-रुक कर जारी है। इसके चलते इस बड़ी और पहली सुविधा प्रदान करने के लिए जारी कार्य की गति को देखकर ऐसा लगता है कि आने वाले अगले कई महीनों में भी ये कार्य पूरा नहीं होगा। ऐसे में जिलावासियों को पंजाब, हिमाचल सहित अन्य राज्यों की तरह अपने क्षेत्र से बाहरी राज्यों को जाने के लिए निश्चित बस स्टॉप की सुविधा के लिए अभी और न जाने कितना इंतजार करना पड़ेगा। इंटरस्टेट बस स्टॉप की सुविधा के लिए वर्ष 2004 से प्रयास जारी
स्थानीय लोगों की मांग पर जिले में इंटरस्टेट बस स्टॉप की सुविधा के लिए वर्ष 2004 में प्रयास शुरू हुए थे। तब भी उक्त विभाग पूर्व उपमुख्यमंत्री पंडित मंगत राम शर्मा के पास था। जिन्होंने उस समय कालीबड़ी के समीप निर्माण शुरू कराया था, लेकिन हाईवे विस्तारीकरण की जद में निर्माण आने से योजना ठंडे बस्ते में चली गई और उसके बाद भी तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तारा चंद के पास रहा, लेकिन उनके द्वारा तो कोई भी प्रयास जिला स्तरीय की पहली सुविधा देने के लिए नहीं किया गया।
अब नई भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार में भी उक्त विभाग तत्कालीन उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह के पास तीन साल तक रहा, लेकिन वो काम तो शुरू करा पाए लेकिन अंजाम तक पहुंचा नहीं सके। -
मैने अभी विभाग का कार्यभार संभाला है, काम क्यों रुका है, इसकी जल्द ही विभाग से पूरी जानकारी हासिल कर जो भी संभव प्रयास होंगे, आगे बढ़ाए जाएंगे।
सत शर्मा, हाउसिंग एवं अर्बन मंत्री जम्मू-कश्मीर