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गोलीबारी पीडि़त ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

पाकिस्तान की गोलाबारी का दंश झेल रहे सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों ने शुक्रवार को प्रदर्शन कर रोष जताया। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी सुध नहीं ली गई तो वे अपनी मागों को लेकर संघर्ष तेज कर देंगे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 07:14 AM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 07:14 AM (IST)
गोलीबारी पीडि़त ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
गोलीबारी पीडि़त ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, हीरानगर : पाकिस्तान की गोलाबारी का दंश झेल रहे सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों ने शुक्रवार को प्रदर्शन कर रोष जताया। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी सुध नहीं ली गई तो वे अपनी मागों को लेकर संघर्ष तेज कर देंगे।

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शुक्रवार को वाडर वेलफेयर कमेटी के प्रधान नानक चंद की अध्यक्षता में मनयारी गाव में एक बैठक हुई, जिसमें उपस्थित सदस्यों ने सीमावर्ती लोगों की समस्याओं को लेकर विचार विमर्श किया तथा प्रदर्शन कर रोष जताया। इस अवसर पर प्रधान नानक चंद , चेयरमैन रतन चंद सचिव अजीत कुमार ने कहा कि पाकिस्तान की लगातार हो रही गोलीबारी से सीमा पर बसने वाले लोगों को अनेक समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी कोई सुध नहीं ले रहा। उन्होंने कहा कि गोलीबारी की वजह घर मकानों को नुकसान पहुंच रहा है। मवेशी जख्मी हो रहे हैं और खेतीबारी प्रभावित हो रही है। कोई उनकी सुध नहीं ले रहा। नानक चंद ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसने वाले लोगों को भी चार फीसदी आरक्षण देने की माग को लेकर सीमावर्ती लोग कई साल से संघर्ष करते आ रहे थे। अब सरकार ने आरक्षण लागू तो कर दिया है, लेकिन उन गावों को भी शामिल किया जा रहा है, जिन्हें रात के समय गोलीबारी के धमाके सुनाई भी नहीं देते। उन्होंने कहा कि गोलीबारी से सीमा से सटे तीन किलोमीटर के अंदर बसने वाले लोग ही प्रभावित होते हैं, सरकार को प्रभावित गावों के युवाओं को आकर्षण में प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले भी गोलीबारी होती थी अधिकारी गावों का दौरा कर लोगों की सुध लेते थे, लेकिन अब कोई नहीं आता। उन्होंने कहा कि लगातार गोलीबारी के दौरान जिंदगी बंकरों के अंदर नहीं गुजारी जा सकती। सरकार को इस का कोई स्थाई हल करना चाहिए। तारबंदी के आगे पड़ने वाली जमीन का किराया मांगा अजीत कुमार रत्न चंद ने कहा कि तारबंदी के आगे पड़ती जमीन जिस में खेती नहीं हो रही उस का किसानों को किराया देना चाहिए जैसे कि वर्ष 2003 में दिया जाता था। उन्होंने कहा कि वेलफेयर कमेटी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों की समस्याओं, उनसे हो रहे भेदभाव के बारे में अवगत करवाएगी। बैठक में तीर्थ राम सुभाष सिंह कुलदीप राज प्रवीण कुमार दौलत राम मनोहर लाल पुरूषोत्तम लाल राम सिंह सुरेंद्र कुमार धर्म पाल आदि भी मौजूद थे।


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