किसान सभा ने बुलंद की बिलावर को जिला बनाने की मांग
संवाद सहयोगी बिलावर बिलावर को अलग जिला बनाने की माग को लेकर किसान सभा ने मुहिम को तेज कर
संवाद सहयोगी, बिलावर : बिलावर को अलग जिला बनाने की माग को लेकर किसान सभा ने मुहिम को तेज कर दिया है। सभा के पदाधिकारियों का कहना है कि किसान सभा 1984 से कठुआ जिले का पुनर्गठन कर अलग जिला मुख्यालय बिलावर को बनाने की माग पूर्व सरकारों से करती आ रही है। इसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है।
किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट हरिश्चंद जलमेरिया ने जाननू में किसान सभा की बैठक को संबोधित करते हुए बिलावर की जनता को जिले के लिए हर आदोलन के लिए तैयार होने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि बिलावर को जिला बनाने की उनकी वर्षो पुरानी चली आ रही माग है। इसके लिए बिलावर की जनता दशकों से संघर्ष करती आ रही है। कठुआ जिले का पुनर्गठन समय की जरूरत के साथ समय की माग भी है। उन्होंने कहा कि कठुआ जिला आबादी और क्षेत्रफल में बड़ा है। इसकी सीमा पंजाब से लेकर हिमाचल, ऊधमपुर के बसंतगढ़ से लेकर भद्रवाह तक लगती हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 में गुलाम नबी आजाद सरकार ने आठ नए जिले बनाने के समय अपने इलाके में 3 जिले बना दिए थे। तब भी कठुआ जिले का पुनर्गठन नहीं किया गया था। उमर अब्दुल्ला सरकार ने भी 2014 में नई प्रशासनिक इकाइयों के गठन के दौरान नए जिलों का गठन नहीं किया था। हमारी वर्षो से चली आ रही माग की उपेक्षा हुई थी। उन्होंने कहा कि बिलावर की जनता जाग चुकी है। अब बिलावर को अलग जिला बनवा कर ही शांत होगी। सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।