सीबीएसई की 12वीं के परिणाम में कठुआ की बेटियों का रहा दबदवा
काफी इंतजार के बाद आखिर सोमवार को सीबीएसई बोर्ड की 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित हुआ। जिले में बेटियों का दबदबा रहा। अच्छे अंक पाकर मेधावी विद्यार्थी चहक उठे।
जागरण संवाददाता, कठुआ : काफी इंतजार के बाद आखिर सोमवार को सीबीएसई बोर्ड की 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित हुआ। जिले में बेटियों का दबदबा रहा। अच्छे अंक पाकर मेधावी विद्यार्थी चहक उठे। उनके सपनों में पंख लग गए। सभी भविष्य के ख्वाब बुनने लग गए। कोरोना संक्रमण के कारण घरों में बोर हो रहे विद्यार्थियों में परीक्षा परिणाम से नई ऊर्जा मिली है।
परीक्षा परिणाम आने की जानकारी मिलते ही इंटरनेट पर जानने की होड़ लग गई। स्कूल प्रबंधकों में भी अपने-अपने स्कूल का परिणाम जानने के लिए उत्सुकता दिखी। परीक्षा परिणाम में इस बार फिर लड़कियों का बोलबाला रहा। जिले में करतार पब्लिक स्कूल बरनोटी और दिल्ली पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। परीक्षा में अच्छे अंक लेने वाले विद्यार्थियों के घरों एवं स्कूलों में खुशी की माहौल रहा। स्कूल प्रबंधकों ने परीक्षा में बड़ी सफलता के लिए विद्यार्थियो को सोशल साइट पर खुद भी और फोन कर बधाई दी। करतार पब्लिक स्कूल के छह विद्यार्थियों ने 90 फीसद से ऊपर अंक हासिल किए हैं, जिन्हें स्कूल प्रबंधक निर्मलजीत सिंह ने बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
दिल्ली पब्लिक स्कूल के सात विद्यार्थियों ने 90 फीसद अंक हासिल किए हैं। स्कूल की प्रधानाचार्य निर्मल महाना ने विद्यार्थियो को बधाई दी। इसी बीच केंद्रीय विद्यालय लखनपुर के सोवित थापा ने 96.4 और दिव्यांक खजूरिया ने भी 96.4 अंक हासिल किए।
------------------ 96 फीसद अंक हासिल कर सिविल सेवा में जाना चाहती है सोजल शर्मा सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की वार्षिक परीक्षा में 96 फीसद अंक हासिल करने वाली दिल्ली पब्लिक स्कूल की सोजल शर्मा सिविल सेवा में जाना बनना चाहती है। हालांकि उसका विषय मेडकिल है। वह नीट की परीक्षा की तैयारी में जुटी है। परिणाम आने के बाद अपने लक्ष्य को हासिल करने की तैयारी शुरू करेगी। उसके पिता कृषि विभाग में कार्यरत हैं। बेटी की सफलता पर घर में खुशी का माहौल है। दादा-दादी पोती की सफलता से फूले नहीं समा रहे। जिन्होंने परिणाम आने पर उसा मुहं मीठा करा आशीर्वाद दिया। सोजल ने बताया कि उसने इतने अंक पाने के लिए साल भर में रेगुलर पढ़ाई की है।
------------- नीलाक्षी ने ने डॉक्टर बनने का बुना ख्वाब 93.2 फीसद अंक हासिल करने वाली करतार पब्लिक स्कूल बरनोटी की नीलाक्षी खजूरिया डॉक्टर बनना चाहती है। उसके लिए वह तैयारी में जुटी हुई है। उसके पापा शंभु दत्त ने कहा कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए वह दसवीं कक्षा से मेहनत कर रही है। 10वीं में भी उसने टॉप किया था। शंभु दत्त स्कूल बस चलाते हैं। बेटी की सफलता से वह काफी उत्साहित हैं। नीलाक्षी भी नीट की परीक्षा की तैयारी कर रही है। उसने कहा कि वह डॉक्टर बनकर मरीजों की सेवा करना चाहती है। नीलाक्षी ने आज तक कोई ट्यूशन नहीं पढ़ा है।
--------------- 95.8 फीसद अंक पाकर डॉक्टर बनना चाहता है शुभंकर
--------- 95.8 फीसद अंक हासिल करने वाले दिल्ली पब्लिक स्कूल के शुभांकर शर्मा भी डॉक्टर बनना चाहता है। लक्ष्य हासिल करने के लिए वह लगातार मेहनत कर रहा है। वह भी नीट की परीक्षा के इंतजार में है। परिणाम के बाद अपने लक्ष्य को पूरा करने में जुट जाएगा। हालांकि उसने बायो के साथ गणित विषय भी लिया है। शुभांकर को इतने अंक पाने के लिए प्रतिदिन 3 से 4 घंटे ही पढ़ाई करनी पड़ी, लेकिन परीक्षा के दौरान आठ से दस घंटे तक पढ़ाई की।
----------- माता-पिता और शिक्षकों के सहयोग से मिली सफलता सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की वार्षिक परीक्षा में 95.4 फीसद अंक हासिल करने वाली करतार पब्लिक स्कूल बरनोटी की अनमोल कौर डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहती है। वह अपनी सफलता का श्रेय अपनी मेहनत, मम्मी-पापा का सहयोग और स्कूल के अध्यापकों को देती है। अनमोल का कहना कि परीक्षा में सफलता के लिए योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई करना पड़ता है। ऐसा करने से परीक्षा के दिनों तनाव भी नहीं रहता है
---------------- नीट की तैयारी में जुटी है मेधा शर्मा
12वीं की वार्षिक परीक्षा में 95.2 फीसद अंक हासिल करने वाली करतार पब्लिक स्कूल बरनोटी की मेधा शर्मा भी डाक्टर बन कर मरीजों की सेवा करना चाहती है। इस समय वह नीट की परीक्षा की तैयारियों में जुटी है। उसने कहा कि लक्ष्य तक पहुंचने में उसकी मम्मी का पूरा सहयोग रहता है। वह पढ़ाई में पूरा सहयोग दे रही हैं। मेधा ने कहा कि 12वीं में सफलता में स्कूल प्रबंधन का भी पूरा सहयोग रहा है।
------------------------ मम्मी-पापा का सपना पूरा करने का लक्ष्य सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की वार्षिक परीक्षा में 93.8 फीसद अंक हासिल करने वाली करतार पब्लिक स्कूल बरनोटी की अक्षिता बावा भी डॉक्टर बनना चाहती है। उसने कहा कि कड़ी मेहनत कर वह अपने मम्मी-पापा का सपना जरूर पूरा करेगी। 12वीं की परीक्षा में सफलता के बाद उसे अभिभावकों ने मिठाई खिलाकर उत्साह बढ़ाया और आशीर्वाद दिया।