24 हजार छायादार और औषधीय पौधे लगाएगी सीआरपीएफ
राकेश शर्मा कठुआ बरसात का मौसम शुरू होते ही हर साल की तरह जिला भर में जगह-जगह विि
राकेश शर्मा, कठुआ
बरसात का मौसम शुरू होते ही हर साल की तरह जिला भर में जगह-जगह विभिन्न संगठन समाजसेवी एवं सरकारी संस्थाएं पौधारोपण अभियान में जुट गई हैं। इसी क्रम में सीआरपीएफ ने कूटा क्षेत्र में 24 हजार औषधीय और छायादार पौधे लगाने की योजना बनाई है। इसमें जामुन, नीम, अर्जुन, आंवला, पीपल आदि भी होंगे। सीआरपीएफ के अधिकारियों का कहना है कि यह जवानों के साथ-साथ आम लोगों के भी लाभकारी रहेगी। इसमें ग्रामीणों का भी सहयोग लिया जाएगा।
इसी क्रम में शुक्रवार सीआरपीएफ के ग्रुप सेंटर कूटा के हायर सेकेंडरी स्कूल में सीआपीएफ द्वारा पौधारोपण अभियान की शुरुआत की गई। इसमें सौ के करीब किस्म के पौधे सीआरपीएफ के जवानों ने पंचायत प्रतिनिधियों की उपस्थिति में रोपे। इस मौके पर डीआइजी ग्रुप सेंटर कूटा चंद्रभूषण, एसी मनोज कंडपाल, प्रभा विश्वास और एसआइ राहुल भी मौजूद थे। स्थानीय लोगों ने सीआरपीएफ के इस प्रयास की सराहना की। डीआइजी ने कहा कि आने वाले दिनों में ग्रुप सेंटर के अलावा पूरे कूटा क्षेत्र में 24 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य है। इस अभियान की शुरुआत गांव के हायर सेकेंडरी स्कूल से की गई है। उन्होंने कहा कि पूरे ग्रुप सेंटर को हरियाली और छाया से संपूर्ण बनाया जाएगा ताकि यहां पर ड्यूटी देने वाले जवानों को स्वच्छ वातावरण मिले और वो तनावमुक्त होकर अपनी ड्यूटी दे सकें। पौधारोपण का अभियान का मकसद पर्यावरण को संतुलित बनाए रखना है। ग्रुप सेंटर के अलावा कूटा पंचायत के आसपास क्षेत्र में भी सीआरपीएफ पौधे लगाएगी ताकि सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जाने वाले प्रयास को बढ़ावा मिल सके। पौधारोपण अभियान में ज्यादातर वही पौधे लगाए जाएंगे, जो औषधीय होने के साथ साथ फलदार और छायादार हों।
कूटा के पूर्व सरपंच कांत कुमार शर्मा ने कहा कि सीआरपीएफ का पौधारोपण अभियान में सक्रियता से भाग लेना न सिर्फ उनके कैंप के लिए अच्छा रहेगा, बल्कि गांव में भी हरियाली का दौर होगा और सुंदरता को चार चांद लगेंगे।
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जामुन और नीम में गुणों की खान
डीएफओ अश्विनी कुमार ने बताया कि नीम एंटी बैक्टीरिया पौधा है। इसके सेवन से शरीर में चमड़ी रोग और बुखार से राहत मिलती है। जामुन का सेवन करने वाले मधुमेह रोगी राहत पाते हैं।