10 वर्ष से अधर में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य
संवाद सहयोगी हीरानगर कस्बे में तहसील कार्यालय के बाहर सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पि
संवाद सहयोगी, हीरानगर : कस्बे में तहसील कार्यालय के बाहर सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पिछले 10 सालों से अधर में लटका रहने से स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों ने कमेटी के चेयरमैन से शौचालय अब तक खर्च हुए फंड की जाच करवाने तथा वार्डो के अन्य चौकों पर भी नए शौचालय बनाने की माग की है। लोगों का कहना है कि तहसील कार्यालय तथा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित हीरानगर मोड़ पर प्रति दिन बाहर से सैकड़ों लोग आते हैं। दोनों स्थानों पर शौचालय नहीं होने से उन्हें परेशानी होती है। राज सिंह, अशोक कुमार, देवी दास, सोमा देवी का कहना है कि तहसील कार्यालय के बाहर 10 साल पूर्व एक एनजीओ ने शौचालय बनाया था जो इस्तेमाल में नहीं आया। उसके बाद एक ओर एनजीओ उसकी मरम्मत करवा रही थी वो भी उसने काम अधर में छोड़ रखा है। उन्होंने कहा कि जब शौचालय लोगों के काम भी नहीं आ रहे तो फिर इन पर लाखों रुपये खर्च करने की क्या जरूरत थी। लोगों का कहना है कि अगर सरकार स्वच्छ भारत अभियान के तहत सभी जगह शौचालय बना रही है तो कस्बे के लोगों को भी सुविधा मिलनी चाहिए। इस संबंध में म्यूनिसिपल कमेटी के चेयरमैन एडवोकेट विजय शर्मा का कहना कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत साढ़े दस, दस लाख की लागत से कस्बे में इस समय तीन सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा। तहसील कार्यालय के सामने के पुराने शौचालय पर अब तक कितना फंड खर्च हुआ है और काम क्यों मुकम्मल नहीं हुआ इसकी जाच करवाएंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग पर हीरानगर मोड़ पर भी शौचालय बनाया जाएगा। इसके लिए जगह का चयन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के घरों में भी शौचालय बन रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब परिवारों के मकान बनाने के लिए 2017 परिवारों की सूची भेजी गई थी। इस समय राजस्व विभाग जमीन की जाच कर रहा है। 170 परिवारों की जांच हो गई है। मुकम्मल होने पर मकान भी बनने शुरू हो जाएंगे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप