मुनाफे में गायें बेच हुए खुश, कहा-आगे भी लगता रहे ऐसा पशुधन मेला
संवाद सहयोगी हीरानगर जम्मू-कश्मीर में पहली बार हीरानगर में लगाए गए पशुधन मेले में गायों को लेकर
संवाद सहयोगी, हीरानगर : जम्मू-कश्मीर में पहली बार हीरानगर में लगाए गए पशुधन मेले में गायों को लेकर आए स्थानीय तथा बाहर के व्यापारी काफी खुश दिखे। उन्होंने मुनाफे में दूधारू गायें भी बेचीं। उन्होंने आगे भी इस तरह का मेला लगाए जाने की जरूरत बताई। इन व्यापारियों का कहना है कि पशुमेला से काफी सुविधा होती है। मनपंसद के दूधारू पशु स्थानीय स्तर पर ही मिल जाते हैं। दूसरे राज्यों में जाकर खरीदारी करने में खर्च होने वाले समय और पैसे की बर्बादी भी कम होती है।
होशियारपुर के सरदार चरणजीत सिंह ने कहा कि मैं मेले में तीस जर्सी नस्ल की गायें लेकर आया था। इनमें से दस गायें 70 से 80 हजार रुपये के बीच बेची हैं। यहा तक पशुओं को लाने तथा उनके चारे की व्यवस्था की गई थी। ऐसे मेले आगे भी लगते रहने चाहिए। इससे खरीदने और बेचने वाले दोनों को सुविधा रहती है। अमृतसर के मंजीत सिंह ने कहा कि मेले में वह एचएफ नस्ल की बीस से तीस किलो दूध देने वाली 8 गाय लेकर आए थे। इसमें से सात गाय बिकी हैं। पहले जम्मू के लोगों को गायें खरीदने पंजाब आना पड़ता था। सरकार ने मेला लगाकर उन्हें सुविधा दी है। हीरानगर के राजकुमार का कहना है कि अपनी तीन गाय मेले में बेची है। पशु मेला लगाने से खरीदने तथा बेचने में आसानी रहती है। ऐसे मेले लगने से पशुओं के व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। कई लोग बाहर नहीं जा पाते। वह मेले में खरीद सकते हैं। जम्मू के बठिंडी निवासी लाल हुसैन ने कहा कि मेले में 17 गाय लेकर आया था। इनमें से 14 गाय बिक चुकी हैं। मेले लगते रहें तो लोग एक ही स्थान पर अपनी मर्जी के पशु खरीद सकते हैं। सरकार को आगे भी ऐसे मेले लगाते रहना चाहिए। इससे पशु पालन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। 75 लाख में बिकीं 146 गाय-भैंसें
संवाद सहयोगी, हीरानगर : कठुआ जिले के हीरानगर कस्बे में पशुपालन, भेड़-बकरी पालन विभाग की ओर से लगाए गए पशुधन व्यापार मेले में दूसरे दिन वीरवार को भी जम्मू-कश्मीर कश्मीर के विभिन्न जिलों से सैकड़ों लोग गाय, भैंस, बकरिया खरीदने के लिए आए। बुधवार को बारिश के कारण कई लोग मेले में नहीं पहुंच पाए थे। लोगों की सुविधा के लिए उपराज्यपाल पाल मनोज सिन्हा ने मेले को एक दिन और बढ़ा दिया है। अब इसका समापन 30 जुलाई को होगा। पहले दिन मेले में 146 गाय, भैंसों की 75 लाख रुपये की बिक्री हुई थी। दूसरे दिन खरीदारी जारी है। यहां सौ के करीब भेड़-बकरी भी खरीदी गई। यह छह से सात हजार रुपये के बीच प्रति भेड़-बकरी बिकी। पशुपालन विभाग तथा कुछ कंपनियों ने स्टाल भी लगाए हुए हैं। हालांकि इन स्टालों पर अपेक्षा के अनुसार कम ही लोग दिखे, लेकिन लोगों गायों और भैंसों की खरीद में खूब रुचि ली।