कई किमी चलकर चुनावी ड्यूटी को दिया अंजाम
जागरण संवाददाता कठुआ ऊधमपुर संसदीय क्षेत्र में जहां मतदाताओं ने भारी उत्साह से मतदान कर
जागरण संवाददाता, कठुआ : ऊधमपुर संसदीय क्षेत्र में जहां मतदाताओं ने भारी उत्साह से मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत बनाया, वहीं सुरक्षा कर्मियों सहित मतदान कर्मियों ने भी 10 से 15 किलोमीटर पैदल पहाड़ी रास्ता तय कर मतदान केंद्र में पहुंच कर इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया को संपन्न कराने में अहम भूमिका निभाई। उनके प्रयास से चुनावी लोकतंत्र प्रक्रिया संभव हो सकी। हालांकि, चुनाव से एक दिन पहले क्षेत्र में भारी बारिश से पहाड़ी क्षेत्र के रास्तों में फिसलन और कई नालों में पानी होने के बावजूद वहां से गुजर कर मतदान केंद्रों तक पहुंचना पड़ा।
बनी में दूरदराज पहाड़ी क्षेत्र दर्जन मतदान केंद्र ऐसी लोकेशन पर थे कि वहां पर मतदान कर्मियों सहित सुरक्षा कर्मियों को 15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा और तो और उन्हें चुनावी सामग्री भी साथ लेनी पड़ी। जबकि पहाड़ी क्षेत्र में बारिश से फिसलन के चलते खतरा भी बना रहा। वहीं बारिश के कारण उक्त क्षेत्र में ठंड का भी सामना करना पड़ा। जिससे उन्हें गर्म कपड़ों का इंतजाम करना पड़ा।
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एडीसी ने 15 किमी पैदल चल मतदान प्रकिया को सम्पन्न कराने को सराहा
कठुआ : बिलावर विस क्षेत्र के बूथ नंबर 148 में तैनात प्रवीण सिंह, कर्ण सिंह को पूरी रात 15 किलोमीटर पैदल चलते हुए मतदान केंद्र में पहुंचना पड़ा। हालांकि, सभी को शैड्यूल के मुताबिक मतदान केंद्रों में मतदान के एक दिन पहले पहुंचना था, लेकिन खराब मौसम के चलते रास्ते में पड़ते उज्ज दरिया के कारण उन्हें रात रास्ते में ही 15 किलोमीटर पैदल चल कर बितानी पड़ी। सबसे अहम मतदान के एक घंटा पहले पहुंच कर कर्मियों ने पूरे 7 बजे मतदान शुरू कराया। इसके चलते उस मतदान केंद्र में 70 फीसद वोट पड़े।
उनके साथ दर्जन के करीब सुरक्षा कर्मी भी थे, जिनको भी पूरी रात पैदल चलना पड़ा।
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बनी के भंडार, कलानू मतदान केंद्र में 15 किमी चल कर पहुंचे सुरक्षा व मतदान कर्मी कठुआ : बनी से भंडार, कलानू की 15 किलोमीटर दूरी पैदल तय करके मतदान एवं सुरक्षा कर्मियों को वहां पहुंचना पड़ा। इसके लिए उन्हें दो दिन पहले ही मतदान केद्रों पर रवाना होना पड़ा।
इसी दौले माता मंदिर के पास के क्षेत्र के मतदान केंद्र में भी कर्मी 10 किलोमीटर पैदल चल कर वहां पहुंचे। सबसे अहम बनी के उक्त मतदान केंद्रों को पहुंचने के लिए पहाड़ी एवं दुर्गम रास्ते तय करने पड़े। बनी के सित्ती में तैनात मतदान अधिकारी शाम लाल शर्मा को भी बनी से 15 किमी पैदल चल कर मतदान केंद्र तक पहुंचना पड़ा। हालांकि, दुर्गम रास्ता होने से अधिकारी का पांव फिसल गया और घायल होने के बाद भी उसने मतदान केंद्र में पहुंचने की हिम्मत नहीं छोड़ी और मतदान प्रक्रिया समय पर पूरी कराकर लोकतंत्र को मजबूत बनाया। इस मतदान केंद्रों में 60 फीसद वोट पड़े। बांजल सदरोता में मतदान केंद्रों में 10 किलोमीटर पैदल चल पहुंचे कर्मी कठुआ : बिलावर के बांजल सदरोता में मतदान केंद्रों तक मतदान कर्मियों को 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। पहाड़ी क्षेत्र में इतनी दूरी पैदल तय करने के बाद भी कर्मी वहां मतदान प्रक्रिया सफलतापूर्वक कराकर लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अहम भूमिका बनाई।