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जारी रहा आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स का धरना

संवाद सहयोगी, बिलावर : शुक्रवार को प्रशासन से साथ वार्ता के बाद राजस्व विभाग के पटवारी काम पर लौट आए

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 10:14 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 10:14 PM (IST)
जारी रहा आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स का धरना
जारी रहा आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स का धरना

संवाद सहयोगी, बिलावर : शुक्रवार को प्रशासन से साथ वार्ता के बाद राजस्व विभाग के पटवारी काम पर लौट आए हैं। इससे आम जनता ने राहत की सांस ली है। लेकिन अभी तक आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की मांगों को पूरा न किए जाने से नाराज आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने बिलावर तहसील मुख्यालय पर अपना धरना जारी रखा। यहा उन्होंने मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर एसोसिएशन बिलावर प्रधान मरियमा बानो ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की मांगों को पहले अनदेखा किया गया। अब गवर्नर राज में भी उनकी मागों को पूरा करने के लिए कोई पहल नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि उनकी माग है वर्कर और हेल्पर दोनों को स्थाई सरकारी कर्मी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें नियमित कर्मी जैसे भत्ते और उनका बकाया वेतन दिए जाए। लेकिन सरकार उनकी मागों को पूरा करने की ओर कोई ध्यान ही नहीं दे रही। प्रदर्शनकारी वर्कर्स ने कहा कि उनके साथ सरकार भेदभाव कर रही है। यहा दैनिक वेतन भोगियों को एसआरओ 520 का लाभ दिया जा रहा है और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं का नारा देने वाली सरकार उन्हें धूप में धरना देने के लिए छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में वर्कर्स को 3600 और हेल्परों को 1800 रुपये प्रतिमाह मिलते हैं। जोकि सरकार द्वारा एक मजदूर के न्यूतनम दिहाड़ी के हिसाब से तीन गुना कम है। ऐसे में सरकार उनका शोषण कर रही है। आंगनबाड़ी वर्कर्स ने दस साल पूरे करने वाले सभी आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्परों को को स्थाई करें।

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