बिना दस्तावेज वाले 20 कमर्शियल वाहन जब्त, 198 के चालान
जागरण संवाददाता कठुआ यातायात नियमों की अवहेलना कर सड़कों पर वाहन दौड़ाने वाले वाहन
जागरण संवाददाता, कठुआ : यातायात नियमों की अवहेलना कर सड़कों पर वाहन दौड़ाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ जिला भर में पुलिस द्वारा कार्रवाई जारी है। दो दिन पहले जहां दोपहिया और चौपहिया वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाया गया,वहीं वीरवार जिला भर में बिना दस्तावेज और ओवरलोडिग कर सड़कों पर कमर्शियल वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। जगह-जगह जिला भर में नाके लगाकर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में 20 कमर्शियल वाहन जब्त किए गए,वहीं 198 को चालान किया गया।कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने शहर को जुड़ने वाले लिक मार्गो पर नाके लगाये गए थे। इससे वाहन चालकों में हड़कंप मचा रहा। इसी बीच कई वाहन चालकों ने पुलिस की कार्रवाई की जानकारी मिलने से पहले ही या तो अपने रूट बदल लिए या फिर वहीं रुके रहे। सुबह से दोपहर बाद तक लगाए गए नाके के चलते सैकड़ों वाहनों को रोक कर उनके दस्तावेज चेक किए। जिसके सही पाए गए, उसे आगे बढ़ने की अनुमति दी, लेकिन जिसके पास नहीं थे, उसे जब्त कर लिया या फिर दस्तावेजों में कमी पाए जाने पर चालान किए गए। सभी नाके एसएसपी डा. शैलेंद्र मिश्रा की देखरेख में लगाए गए थे। इस तरह की कार्रवाई पुलिस ने लगातार जारी रखेगी। कठुआ व्यापार मंडल ने जताया रोष
शहर में पुलिस द्वारा नाके लगाकर वाहन चालकों पर की जा रही कार्रवाई पर कठुआ व्यापार मंडल ने रोष जताया है और कहा कि पुलिस की ये कार्रवाई शहरवासियों सहित अन्य लोगों को परेशान करने वाली है। अगर ऐसी कार्रवाई जारी रही तो वो एकजुट होकर रोष जताएंगे। वीरवार शाम को आयोजित बैठक के दौरान व्यापार मंडल के प्रधान सुरेंद्र बजाज के अलावा कोर्ट रोड दुकानदार यूनियन के प्रधान ठाकुर कृपाल सिंह सहित बाजार के दर्जनों दुकानदार उक्त कार्रवाई के विरोध में एकत्रित हुए और निदा की। सभी ने कहा कि इससे हर नागरिक परेशान हैं, कोई किसी आपात स्थिति में अपने घर से वाहन लेकर निकलता तो उसे जगह जगह लगाये नाके पर रोक पर कार्रवाई की जाती है। इससे उनका व्यापार भी प्रभावित हो रहा है।अगर पुलिस ने इस तरह की कार्रवाई बंद नहीं की तो वो इसके खिलाफ आवाज उठायेंगे और केंद्रीय राज्यमंत्री तक इस मुद्दे को उठायेंगे। उनका कहना है कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए है न कि इस तरह से सभी रास्ते बंद करके शहरवासियों को परेशान करने के लिए।