जम्मू : सेना में भर्ती की लिखित परीक्षा न होने पर युवाओं का प्रदर्शन, पहली फरवरी को दिल्ली मार्च की चेतावनी
प्रदर्शन कर रहे युवाओं में उनकी परीक्षा न लिए जाने के चलते काफी रोष था। उनका कहना था कि अगर उनकी परीक्षा नहीं ली गई तो वे लोग पहली फरवरी को जम्मू से पैदल ही दिल्ली मार्च करेंगे और वहां पर केंद्र सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे।
जम्मू, जागरण संवाददाता : सेना में भर्ती की लिखित परीक्षा न लिए जाने के विरोध में युवाओं ने जम्मू में प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे युवाओं का कहना था कि इस भर्ती के लिए 2020 में अधिसूचना जारी हुई थी जबकि मार्च 2021 में उनकी फिजिकल परीक्षा हुई थी। उस परीक्षा को वे पास कर चुके हैं और अप्रैल 2021 में उनकी लिखित परीक्षा ली जानी थी लेकिन तब से लेकर अब तक करीब पांच बार सेना लिखित परीक्षा को टाल चुकी है। युवाओं का कहना था कि उनकी परीक्षा को कोरोना की वजह से टाला जा रहा है जबकि इस दाैरान कई परीक्षाएं ली जा चुकी हैं और सरकारें चुनाव भी करवा रही हैं।
प्रदर्शन कर रहे युवाओं में उनकी परीक्षा न लिए जाने के चलते काफी रोष था। उनका कहना था कि अगर उनकी परीक्षा नहीं ली गई तो वे लोग पहली फरवरी को जम्मू से पैदल ही दिल्ली मार्च करेंगे और वहां पर केंद्र सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे।युवाओं का कहना था कि वे लोग अब ओवरएज हो रहे हैं। उन्होंने भर्ती के लिए कड़ी तैयारी की थी। अपने आप को शारीरिक रूप से तैयार किया था जबकि अब लिखित परीक्षा की तैयारी भी कब से कर रहे हैं। लेकिन सेना बार बार कोरोना का हवाला देकर उनकी परीक्षा टाल रही है जो ठीक नहीं है।
उनका कहना था कि अब जम्मू में जेकेएसएसबी की परीक्षा हो रही है जबकि इसके अलावा भी देश भर में कई अन्य परीक्षाएं चल रही हैं। अगर सरकार को पांच पांच राज्यों में चुनाव करवाने के दौरान कोरोना नजर नहीं आता तो जम्मू के युवाओं के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है।युवाओं का कहना था कि अगर उनके साथ इसी तरह से भेदभाव होता रहा तो वे लोग भी ऐसा कदम उठाने को मजबूर हो जाएंगे जो वे नहीं चाहते।युवाओं ने सरकार से उनकी मांग को जल्द मान परीक्षा करवाने की मांग की है।