Move to Jagran APP

डाक्टर की लापरवाही से महिला की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, डाक्टर हिरासत में

डॉक्टर ने मामले को शांत करने और अंजु को घर पहुंचाने के लिए क्लीनिक की एंबुलेंस भी दी। सीमा इस बात से अंजान थी कि अंजु बेहोश नहीं बल्कि मर चुकी है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 02 May 2019 02:42 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2019 02:42 PM (IST)
डाक्टर की लापरवाही से महिला की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, डाक्टर हिरासत में
डाक्टर की लापरवाही से महिला की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, डाक्टर हिरासत में

जम्मू, जेएनएन। अखनूर के एक निजी क्लीनिक में महिला की मौत के बाद बवाल हो गया। मामूली बुखार व खांसी-जुकाम पर डाक्टर द्वारा लगाए गए इंजेक्शन के बाद महिला की मौत होने से गुस्साए परिजन क्लीनिक पहुंचे और दोषी डाक्टर की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। परिजनों के समक्ष अपनी गलती कबूलने के बजाय दोषी डाक्टर के बेटे ने परिजनों के साथ हाथापाई शुरू कर दी जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई और परिजनों ने क्लीनिक में तोड़-फोड़ शुरू कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोषी डाक्टर व उसके बेटे को हिरासत में ले लिया है।

loksabha election banner

यह घटना सुबह 11 बजे के करीब है। खौड़ की रहने वाली 40 वर्षीया अंजु देवी उर्फ राजी देवी पत्नी सुभाष सिंह को पिछले कई दिनों से खांस-जुकाम व बुखार था। अपने स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए वह अपनी देवरानी सीमा देवी के साथ अखनूर कामेश्वर धाम के नजदीक बने चौधरी नर्सिंग होम में डॉ गफूर अहमद को दिखाने के लिए आए। डॉक्टर ने जांच के बाद महिला को इंजेक्शन लगाने के लिए कहा। जैसे ही उसने अंजु को इंजेक्शन लगाया उसके तुरंत बाद वह बेसुध होकर वहां गिर पड़ी। उसके साथ आई सीमा यह देख घबरा गई। डाक्टर गफूर ने उसे यह कहकर शांत किया कि वह इंजेक्शन लगाने से घबरा गई है। वह इसे तुरंत घर ले जाएं और आराम करवाएं।

डॉक्टर ने मामले को शांत करने और अंजु को घर पहुंचाने के लिए क्लीनिक की एंबुलेंस भी दी। सीमा इस बात से अंजान थी कि अंजु बेहोश नहीं बल्कि मर चुकी है। जैसे ही वह घर पहुंचे और परिजनों ने उसकी यह हालत देखी तो वहां अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त हो गया। अपने पैरों पर सही सलामत डाक्टर को दिखाने गई अंजु को एम्बुलेंस में देख परिजन भड़क गए। दोपहर एक बजे के करीब अंजु के मायके वाले मामले की वास्तविकता जानने के लिए क्लीनिक पहुंचे। परंतु डॉ गफूर के बजाय उसके बेटे डॉ फरीद ने उनसे बात की। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि महिला की मौत उसके पिता द्वारा लगाए गए इंजेक्शन से हुई है। डॉ फरीद ने परिजनों को धक्के मारकर क्लीनिक से बाहर निकालने का प्रयास किया। इस पर भड़के परिजनों ने क्लीनिक में तोड़फोड़ शुरू कर दी।

लोगों द्वारा सूचित किए जाने पर एसडीपीओ अजय शर्मा, एचएचओ संजीव गुप्ता व अखनूर के एसडीएम गोपाल सिंह भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने गुस्साए परिजनों को शांत किया और डॉ गफूर व डॉ फरीद दोनों को हिरासत में ले लिया। इस बीच पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम करवाने के लिए कस्बे के अस्पताल में भेज दिया है। मृतका माहिला के घर वालो ने एसडीओ गोपाल सिंह के समक्ष मांग रखी कि वह इस कलीनिक को बंद करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.