Jammu Kashmir Budget 2021-22: बजट से किसानों की उम्मीदों को लगे पंख, आमदनी भी बढ़ेगी-लाभ भी होगा
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर का दूसरा बजट किसानों की उम्मीदों को नए पंख लगने वाला है। कृषि और बागवानी का बजट इस वर्ष 2008 करोड़ रुपये है । यह पिछले बजट के मुकाबले 695 करोड़ अधिक है ।
जम्मू, जागरण संवाददाता । केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर का दूसरा बजट किसानों की उम्मीदों को नए पंख लगने वाला है। कृषि और बागवानी का बजट इस वर्ष 2008 करोड़ रुपये है । यह पिछले बजट के मुकाबले 695 करोड़ अधिक है । सिर्फ कृषि ही नहीं बल्कि बागबानी से जुड़ते दूसरे कामों पशुपालन, भेड़ पालन, मछली पालन क्षेत्र के लिए 338 करोड़ मिले हैं । जो पिछले बजट से 36 करोड़ अधिक है। 5500 हेक्टेयर भूमि पर उच्च धनत्व पर फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य दिखाता है कि सरकार ने कैसे किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में वह सब कर दिखाया है । जिसका किसानों को लंबे समय से इंतजार था ।
कृषि विशेषज्ञ केएल भगत ने कहा कि बजट को देखते हुए साफ है कि किसान जिस क्षेत्र में जो भी कार्य करने के इच्छुक होंगे सरकार उनका हाथ थामने के लिए आगे खड़ी होगी । अक्सर किसानों को शिकायत रहती थी कि उन्हें आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिलता । जमीनी स्तर पर अगर सहयोग मिले तो किसान आज भी अपनी जमीन से सोना उगाने की क्षमता रखता है । इस वर्ष के बजट के बाद उम्मीद है कि किसानों को कोई शिकायत नहीं रह जाएगी । अब किसानों को कृषि के साथ-साथ पशुपालन, बागवानी, मत्सय पालन आदि क्षेत्रों में भी काफी मदद मिली है । डेयरी फार्मिंग आदि को भी बढ़ावा दिया गया है । अब किसान अगर सभी योजनाओं का तरीके से लाभ उठाए तो उसकी आमदनी में आसानी से कई गुणा बढ़ोतरी संभव हो सकेगी ।
जिला रियासी गांव फ्ड़े के किसान दीपक कुमार ने कहा कि बजट को देखते हुए लगता है कि किसानों का पूरा ध्यान रखा गया है। अगर तरीके से सभी योजनाएं किसानों तक पहुंचेंगी तो वह दिन दूर नहीं जब वह लोग जो खेती से मुंह मोड़ रहे हैं, वह फिर से खेतीबाड़ी करना पसंद करेंगे । बजट में कृषि से जुड़े़ दूसरे कामों को भी बढ़ावा देने का प्रयास है । इसका किसानों को जरूर लाभ होगा ।
जिला जम्मू के गांव रांजन के किसान अनिल शर्मा ने बजट का स्वागत करते हुए कहा कि बजट में किसानों का पूरा ध्यान रखा गया है ।जिस तरीके का बजट है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि सही में सरकार किसानों के लिए गंभीर है ।अब जो भी किसान कुछ करने का इच्छुक होगा जरूर आत्म निर्भर बनेगा ।
युवा किसान राहुल ने कहा कि पढ़े लिखे युवा खेतीवाड़ी से दूर हो रहे हैं । लेकिन बजट के बाद तो लगता है कि कोई भी युवा खेतीबाड़ी अच्छी आमदनी कमा सकता है ।बजट से सरकार गंभीरता झलकती है ।अब कृषि ही नहीं बल्कि पशुपालन, मछलीपालन, भेड़ बकरी पालन आदि कार्यों को भी बढ़ावा दिया गया है । जिस तरह बजट में किसानों को तरजीह दी गई है, उसे देखते हुए लगने लगा है कि जम्मू में भी कृषि क्षेत्र में रोजगार की अच्छी संभावनाएं बनने लगी हैं ।