Jammu: ग्रेजुएशन के छठे सेमेस्टर की परीक्षा ही नहीं हुई, कैसे होगा पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिला
पच्चीस हजार से अधिक विद्यार्थियों की परीक्षा आन लाइन करवाना भी चुनौती से कम नहीं है। उसके बाद परिणाम निकालने में समय लगेगा। वहीं जम्मू विवि के अकादमिक मामलों के डीन प्रो. नरेश पाधा का कहना है कि पोस्ट ग्रेजुएट के दाखिलों के लिए हमारा विभाग तैयार है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में दाखिले में देरी होना तय है। विश्वविद्यालय अभी तक स्नातक डिग्री के छठे सेमेस्टर की परीक्षा नहीं करवा पाया है। करीब पच्चीस हजार विद्यार्थियों की आनलाइन परीक्षा लेना चुनौती बना है। पिछले साल भी कोरोना से उपजे हालात के कारण आठ महीने देरी से अकादमिक सत्र शुरू हुआ था।
छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं होने के बाद परिणाम घोषित होने में भी समय लगेगा। कुछ समय पहले ग्रेजुएशन के पहले, तीसरे व पांचवें सेमेस्टर की परीक्षाएं हुई हैं और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है। इन तीनों सेमेस्टर की परीक्षाएं कालेज स्तर पर आनलाइन करवाई गई हैं।
यूजीसी के नए दिशा निर्देशों के तहत दूसरे व चौथे सेमेस्टर में मॉस प्रमोशन दी जा सकती है। विश्वविद्यालय के कंट्रोलर प्रो. जसबीर सिंह का कहना है कि छठे सेमेस्टर की परीक्षा करवाने का फैसला सप्ताह तक हो जाएगा। यह तय है कि छठे सेमेस्टर की परीक्षा हर हाल में करवाई जानी है। चाहे आन लाइन हो या आफ लाइन।
पच्चीस हजार से अधिक विद्यार्थियों की परीक्षा आन लाइन करवाना भी चुनौती से कम नहीं है। उसके बाद परिणाम निकालने में समय लगेगा। वहीं जम्मू विवि के अकादमिक मामलों के डीन प्रो. नरेश पाधा का कहना है कि पोस्ट ग्रेजुएट के दाखिलों के लिए हमारा विभाग तैयार है। जैसे ही ग्रेजुएशन के छठे सेमेस्टर का परिणाम निकलेगा तो हम तत्काल से दाखिला प्रक्रिया शुरू कर देंगे। यह फैसला पहले ही किया जा चुका है कि पिछले साल की तरह इस बार भी पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में दाखिले के लिए एंट्रेंस टेस्ट नहीं होगा।
बताते चले कि कश्मीर विश्वविद्यालय ने कोरोना की चुनौतियों के बीच पीजी में दाखिलों के लिए एंट्रेंस टेस्ट आयोजित कर लिया है।