बारिश से पानी में डूबी गेहूं की फसल, किसान चिंतित
मीरां साहिब क्षेत्र में पिछले पांच दिन से रुक-रुक कर हुई बारिश से किसानों की गेहूं की फसल पानी में डूब गई है। यह मंजर देख किसान चिंतित हैं। यदि ज्यादा दिन पानी खेतों में रुक रहा तो गेहूं की फसल बर्बाद हो जाएगी।
संवाद सहयोगी मीरां साहिब : क्षेत्र में पिछले पांच दिन से रुक-रुक कर हुई बारिश से किसानों की गेहूं की फसल पानी में डूब गई है। यह मंजर देख किसान चिंतित हैं। यदि ज्यादा दिन पानी खेतों में रुक रहा, तो गेहूं की फसल बर्बाद हो जाएगी।
किसान सौदागर चौधरी, लकी कुमार, केशो राम, अशोक कुमार, जीतराम का कहना है कि ढाई महीने पहले बारिश व ओलावृष्टि के कारण धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई थी। किसी तरह उन्होंने खाद-बीज का इंतजाम कर गेहूं की बिजाई की थी। एक बार फिर बारिश ने गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाया। इसके अलावा पशुओं के हरे चारे बर सीन सब्जियों आदि को भी नुकसान पहुंचा है। इसी तरह किसान अमरीक सिंह, सुखराम, सुरजीत कुमार, घनश्याम सिंह, तरसेम लाल, राजकुमार का कहना है कि अभी उन्हें ओलावृष्टि से खराब हुई धान की फसल का मुआवजा नहीं मिल पाया है और एक बार फिर बारिश से गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुंचा। किसानों ने प्रदेश के प्रशासन से मांग की है कि राहत प्रदान करने के लिए उन्हें जल्द धान की फसल का मुआवजा देने के अलावा गेहूं की जो फसल खराब हुई है, उसकी भी आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाए। खेतों से पानी निकालें किसान
कृषि विभाग कीर पिड जोन के एईओ हरदीप सिंह ने बताया कि किसानों को सात दिन के अंदर खेतों से पानी की निकासी कर देना चाहिए। इससे उनकी फसल बच जाएगी। अगर पानी की निकासी नहीं हो पाती है तो फसल बर्बाद होने का खतरा है। विभाग की ओर से किसानों की पूरी सहायता की जाएगी।