Weekly Interview : हर वार्ड को कूड़ादान मुक्त बनाकर स्वच्छ जम्मू का सपना साकार करेंगे
जम्मू नगर निगम की हेल्थ एंड सेनिटेशन कमेटी के नवनिर्वाचित चेयरमैन नरेंद्र सिंह उर्फ बंटी ने कहा कि जम्मू शहर को साफ-सुथरा बनाने में अहम जम्मू नगर निगम की इस कमेटी के चेयरमैन पद पर रहकर वह कूड़ादान मुक्त जम्मू का अपनी प्राथमिकता बनाएंगे।
जम्मू नगर निगम की हेल्थ एंड सेनिटेशन कमेटी के नवनिर्वाचित चेयरमैन नरेंद्र सिंह उर्फ बंटी ने कहा कि जम्मू शहर को साफ-सुथरा बनाने में अहम जम्मू नगर निगम की इस कमेटी के चेयरमैन पद पर रहकर वह कूड़ादान मुक्त जम्मू का अपनी प्राथमिकता बनाएंगे। उन्होंने काम करने के तरीके का रोडमैप भी तैयार किया है। सभी 75 वार्डों के कारपोरेटरों को साथ लेकर जम्मू को स्वच्छ बनाने की बात उन्होंने कही है। घर से कचरा उठाने को वह प्राथमिकता पर लेते हैं। पहले चरण में योजनाबद्ध तरीके से विकसित कालोनियों को कूड़ेदान मुक्त बनाने की योजना उन्होंने बनाई है। घरों से गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग उठाने और निस्तारण को प्रभावी बनाने पर भी वह जोर दे रहे हैं। स्वच्छता में जम्मू को अव्वल बनाने के लिए उन्होंने क्या योजना बनाई है, इस पर दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार अंचल सिंह ने नवनिर्वाचित चेयरमैन नरेंद्र सिंह से खास बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश-
प्र.- स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधारने के लिए जागरुकता कार्यक्रम कितने सार्थक?
-जम्मू शहर को स्वच्छ बनाने के लिए निगम की स्वच्छ भारत कमेटी और पब्लिक हेल्थ एंड सेनिटेशन कमेटी संयुक्त प्रयास कर रही है। हमारी कमेटी का काम साफ-सफाई रखना है। इस दिशा में हम प्रभावी कदम उठा रहे हैं। लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है।
प्र.- जम्मू शहर के सभी 75 वार्डों से निकलने वाले कचरे का वैज्ञानिक निस्तारण कब शुरू होगा?
- जम्मू नगर निगम सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट लगाने की दिशा में प्रयासरत है। इतनी देर में हम शहर के बंधुरक्ख और भगवती नगर में कचरे की सेग्रिगेशन यानी पृथकीकरण करने के प्रोजेक्ट को शुरू करेंगे। इससे काफी राहत मिलेगी।
प्र.- डोर-टू-डोर कचरा उठाने की प्रक्रिया अभी तक सभी वार्डों में शुरू नहीं हो सकी?
- हमने शहर के सभी वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा उठाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अभी सभी से यूजर चार्ज नहीं मिलने के कारण इसमें दिक्कतें आ रही हैं। यूजर्स चार्ज को अनिवार्य किया गया है। हर घर को 100 रुपये प्रति माह देने होंगे। इसकी एवज में उन्हें सुविधाएं मिलेंगी।
प्र.- वार्डों में आज भी जगह-जगह कूड़े के ढेर लगाए जाते हैं, दिशा में क्या कदम उठा रहे हैं?
- शहर को कूड़ा़दान मुक्त बनाने मेरा संकल्प है। इसके लिए पहले छन्नी हिम्मत, त्रिकुटा नगर, गांधीनगर जैसे कालोनियों को प्राथमिकता दी जाएगी। अपने वार्ड नंबर 70, सैनिक कालोनी को डस्टबिन मुक्त बना दिया है। ऐसे ही शेष वार्डों में भी इस प्रक्रिया को शुरू करेंगे।
प्र.- शहर के कई बड़े प्रतिष्ठान, मॉल हैं, उनके लिए क्या व्यवस्था रहेगी?
- सभी प्रतिष्ठानों को कचरा निस्तारण के अपने यूनिट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। कुछ होटल, बैंक्वेट हाल वालों ने मशीनें लगा भी ली हैं। ऐसे ही प्रयास जारी रहेंगे ताकि कम से कम कचरा निगम के पास पहुंचे और शहर स्वच्छ बने।
प्र.- नालियों से कचरा निकालने का काम सफाई कर्मचारी नहीं करते?
- हां, यह मुश्किल जरूर आती है। कई बार नालियों में सफाई कर्मचारियों द्वारा कचरा डालने की शिकायते मिलती हैं, लेकिन हमने नाला गैंग व कुछ कर्मियों के सहयोग से नालियों की सफाई करवाने की व्यवस्था बनाई है। पहले दिन नाली साफ करते हैं। दूसरे दिन इस मलबे को उठा लिया जाता है।
प्र.- सफाई कर्मचारियों की कमी का रोना हर कॉरपोरेटर रो रहा होता है?
- सफाई कर्मचारियों की कमी जरूर है। शहर के वार्ड 75 हो गए, लेकिन स्टाफ वैसा ही रहा। अब इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। जल्द ही 600 कैजुअल कर्मियों की भर्ती भी हो जाएगी। फिर समस्या कम हो जाएगी। सभी के सहयोग से शहर सुंदर व स्वच्छ बनेगा।
प्र.- हर साल बरसात में नाले उफान पर होते हैं। जलभराव से लोगों को नुकसान झेलना पड़ता है?
- हमने फरवरी माह में ही नालों की सफाई का काम शुरू करने की व्यव्सथा बना दी है ताकि जून-जुलाई तक सभी नाले साफ हो जाएं। अतिक्रमण की समस्या से नालों से जलभराव होता है। सरकार कदम उठाएगी तो राहत मिलेगी। निगम नालों की सफाई में कसर नहीं छोड़ रहा।
प्र.- स्वच्छता सर्वेक्षण में जम्मू शहर पहले 100 में भी नहीं?
- नगर निगम में कॉरपोरेटरों के चुने जाने के बाद रैंकिंग सुधरी है। इस साल और बेहतर होगा। सभी कॉरपोरेटरों और निगम अधिकारियों के प्रयासों से इस बार रैंकिंग जरूर सुधरेंगी। शहर वासी भी इसमें सहयोग करें। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में भाग लेकर अपने सकारात्मक सुझाव जरूर दें।
प्र.- शहर वासियों के लिए कोई विशेष संदेश?
- इंदौर शहर स्वच्छता में पहले नंबर पर इसलिए रहता है कि वहां लोग बहुत जागरुक हैं। स्वच्छता से कोई समझौता नहीं करते। जम्मू में भी लोग नगर निगम का सहयोग करें। कम से कम हर व्यक्ति अपने घर के आसपास सफाई रखें। नालियों, खुले में कचरा न फेंके। लोगों के योगदान से ही जम्मू स्वच्छ व स्मार्ट बनेगा।