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Jammu Kashmir Lockdown News: जम्मू की नाइट लाइफ को रोशन होने का इंतजार, क्लब व रेस्तरां अभी भी बंद

यह रेहड़ी जोन शाम को ही गुलजार होता था और इस समय सात बजे बाजार बंद करने और रात आठ बजे से कोरोना क‌र्फ्यू लग रहा है लिहाजा इस रेहड़ी जोन के अलावा शहर के अन्य क्षेत्रों में भी शाम को सजने वाली खाने-पीने की रेहड़ियां बंद पड़ी हैं।

By Edited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 09:07 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 09:11 AM (IST)
Jammu Kashmir Lockdown News: जम्मू की नाइट लाइफ को रोशन होने का इंतजार, क्लब व रेस्तरां अभी भी बंद
रेहड़ी जोन के बंद होने से बेकार बैठे हैं और बेसब्री से रेहड़ियां सजने का इंतजार कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, जम्मू : सभी बाजार खुलने से शहर में आम जन-जीवन काफी हद तक सामान्य हो गया है, लेकिन जम्मू की नाइट लाइफ रोशन होने में अभी कुछ और दिन लगेंगे। जम्मू में क्लब व रेस्तरां अभी बंद हैं। इसी तरह शहर की नाइट लाइफ को रोशन करने वाला गांधी नगर हाईवे पर बना रेहड़ी जोन भी फिलहाल वीरान पड़ा है।

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यह रेहड़ी जोन शाम को ही गुलजार होता था और इस समय सात बजे बाजार बंद करने और रात आठ बजे से कोरोना क‌र्फ्यू लग रहा है, लिहाजा इस रेहड़ी जोन के अलावा शहर के अन्य क्षेत्रों में भी शाम को सजने वाली खाने-पीने की रेहड़ियां बंद पड़ी हैं। जम्मू में ये रेहड़ी जोन पहले गांधी नगर अप्सरा रोड पर सजता था, लेकिन यहां ट्रैफिक की बढ़ती समस्या को देखते हुए इन रेहड़ियों को हटाकर हाईवे पर विशेष रेहड़ी जोन बनाया गया और कुछ ही सालों में ये रेहड़ी जोन शहर की नाइट लाइफ का अहम हिस्सा बन गया।

इस रेहड़ी जोन में फास्टफूड से लेकर शाकाहारी व मांसाहारी, हर तरह के स्वाद मिल जाते हैं। यही कारण है कि रेहड़ी जोन रात 11 बजे तक खुला रहता था। पिछले साल भी जब अनलॉक हुआ तो धीरे-धीरे इस रेहड़ी जोन को खोला गया। पहले रात दस बजे तक और उसके बाद 11 बजे तक इसे खोलने की अनुमति दी गई। अब उम्मीद जताई जा रही है कि जुलाई महीने में नाइट क‌र्फ्यू का समय रात दस बजे से हो जाएगा, जिसके बाद यह रेहड़ी जोन भी एक बार फिर सजेगा।

करीब 2500 लोगों की रोजी-रोटी है निर्भर - गांधी नगर हाईवे पर बने रेहड़ी जोन में करीब 250 रेहड़ियां हैं और हर रेहड़ी से करीब दस लोगों का रोजगार जुड़ा है। इस रेहड़ी जोन में दोपहर को ही काम शुरू हो जाता था जो देर रात तक चलता था। ऐसे में कई युवा यहां चंद घंटे काम कर अपना खर्च निकाल लेते थे। कई युवा ऐसे भी है जो दिन के समय अपनी पढ़ाई करते और शाम को यहां काम। ऐसे में ये करीब 2500 लोग इस रेहड़ी जोन के बंद होने से बेकार बैठे हैं और बेसब्री से रेहड़ियां सजने का इंतजार कर रहे हैं।

अधिकांश का हो चुका है टीकाकरण - शहर के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों में से अधिकांश टीकाकरण हो चुका है। इन रेहड़ी-फड़ी वालों के लिए जम्मू नगर निगम ने पिछले माह चार दिवसीय विशेष कैंप लगाए थे, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में 18 साल से अधिक वाले सभी रेहड़ी-फड़ीवालों की वैक्सीनेशन की गई थी। प्रशासन का उद्देश्य था कि जब भी ये लोग काम पर लौटे, खुद भी सुरक्षित रहे और दूसरों के लिए भी खतरा न बने।

खेल मैदान भी पड़े हैं सूनें -कोरोना महामारी का प्रकोप तो नियंत्रित हो गया है, लेकिन अभी तक शहर के खेल मैदान भी सूने पड़े हैं। शाम के समय इन खेल मैदानों में बच्चों और युवाओं का मेला होता था। खासतौर पर गर्मियों में स्कूलों की छुट्टियों के चलते यहां काफी संख्या में बच्चे व युवा पहुंचे थे, लेकिन कोरोना महामारी के चलते बच्चे भी घर की चारदीवारी में कैद होकर बैठे हैं।


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