ताकि स्कूली बच्चे रोजगार मांगने वाले नहीं, देने वाले बनें
जागरण संवाददाता जम्मू नई शिक्षा नीति पर अमल करते हुए जम्मू-कश्मीर शिक्षा विभाग जल्द ही छ
जागरण संवाददाता, जम्मू : नई शिक्षा नीति पर अमल करते हुए जम्मू-कश्मीर शिक्षा विभाग जल्द ही छह सौ से ज्यादा सरकारी स्कूलों में वोकेशनल (व्यावसायिक) लैब बनाने जा रहा है। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. असगर हसन सेमून ने यह जानकारी दी। उनका कहना है कि जल्द ही जम्मू-कश्मीर के बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ उन्हें कौशल विकास की शिक्षा भी देगा ताकि स्कूल से निकल कर वे सिर्फ रोजगार मांगने ही नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बन सकें।
केंद्र सरकार की ओर से बनाई गई नई शिक्षा नीति में छठी कक्षा से बच्चों को पढ़ाई के अलावा कौशल विकास की शिक्षा भी दी जाएगी। इसी शिक्षा नीति के तहत जम्मू-कश्मीर शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. असगर सेमून ने बताया कि मौजूदा समय जम्मू व कश्मीर संभाग के छह सौ से ज्यादा सरकारी स्कूलों को चिन्हित किया गया है, जहां पहले चरण में वोकेशनल लैब बनाए जाएंगे। पहले शुरुआत सरकारी स्कूलों से
अभी तो स्कूल बंद हैं, लेकिन उम्मीद है कि जब स्कूल खुलेंगे तो वहां पर लैब सुचारु काम कर रही होंगी। इन लैब में बच्चों को विभिन्न कोर्स करवाएं जाएंगे जिनमें प्लंबिंग, ब्यूटी, हैंडीक्राफ्ट, पेटिंग आदि शामिल हैं। शिक्षा नीति के लागू होने के बाद यह कोर्स सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूलों में अनिवार्य हो जाएंगे, लेकिन फिलहाल शिक्षा विभाग अपने सरकारी स्कूलों से इसकी शुरुआत करने जा रहा है। उधर, समग्र शिक्षा विभाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. अरुण मन्हास ने प्रमुख सचिव के इस फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह बहुत अच्छा कदम है। इससे हमारे बच्चे प्रशिक्षित होंगे और उनको भविष्य में भी इसका लाभ मिलेगा।