रसूखदारों को वीआइपी ट्रीटमेंट, गरीब बिना दवा-इलाज के मर रहे: सुखनंदन
जागरण संवाददाता जम्मू भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व मंत्री सुखनंदन चौधरी ने आम जनता को
जागरण संवाददाता, जम्मू : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व मंत्री सुखनंदन चौधरी ने आम जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने में हो रही कोताही पर रोष जताया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में प्रभावशाली और धनी लोगों को तो वीआइपी ट्रीटमेंट मिल रहा है, जबकि गरीबों को बिना दवा-इलाज के मरने के लिए छोड़ दिया जा रहा है।
शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री व मढ़ विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सुखनंदन चौधरी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को ठीक से दवा इलाज नहीं मिल रहा है। कोरोना से ज्यादा अनदेखी के कारण मरीज मर रहे हैं। इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता है। अस्पतालों से सीनियर डॉक्टर नदारद रहते हैं। हालत यह है कि इस समय इमरजेंसी तक में सीनियर डॉक्टर नजर नहीं आते हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि यदि सभी अस्पतालों में अच्छा उपचार हो रहा है, तो स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी सरकारी अस्पताल में ही अपना इलाज करवाने के बजाय, निजी अस्पतालों में क्यों भागते हैं। स्वास्थ्य विभाग के लोगों का ही जब अपने अस्पताल पर विश्वास नहीं है, तो आम आदमी भला इन अस्पतालों में खुद को सुरक्षित कैसे मानेगा। अगर अधिकारियों, पूर्व मंत्रियों, राजनेताओं के इलाज जीएमसी अस्पताल में नहीं हो रहे, तो दूसरे लोग कैसे अस्पताल की सेवाओं पर विश्वास करेंगे। उनका कहना था कि यदि ऐसे रसूखदार लोग सरकारी अस्पताल में भर्ती भी होते हैं, तो उनको तो वीआइपी ट्रीटमेंट दिया जाता है, जबकि गरीब आदमी उचित दवा-इलाज नहीं होने से दम तोड़ देता है। -------------
जीएमसी में ऑक्सीजन की कमी की जांच करवाए सरकार
सुखनंदन चौधरी ने कहा कि जीएमसी अस्पताल जम्मू संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां संभाग के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में लोग रेफर होकर आते हैं। ऐसे में कोरोना के इस काल में जीएमसी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होना बहुत बड़ा मुद्दा है। सरकार को इसकी जांच करवानी चाहिए। चौधरी ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से आग्रह किया है कि वह स्वास्थ्य सेवाओं की तरफ विशेष ध्यान दें। हर नागरिक को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाना राज्य प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों की ओर खास ध्यान देने की मांग की।