नहर की सफाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
संवाद सहयोगी मीरां साहिब नहर की जल्द सफाई कर पानी छोड़ने की मांग पर खवासका गांव में
संवाद सहयोगी, मीरां साहिब : नहर की जल्द सफाई कर पानी छोड़ने की मांग पर खवासका गांव में किसानों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व नायब सरपंच प्रवीण कुमार और बसंत कुमार ने किया। इसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।
प्रवीण कुमार ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि आधा मार्च महीना गुजरने को है, मगर अभी तक मुख्य नहर की साफ-सफाई का काम नहीं शुरू हो पाया है। बैसाखी के दिन नहर में पानी छोड़ा जाता रहा है, लेकिन अभी तक जब सफाई ही नहीं शुरू हुई है तो बैसाखी के दिन लगता है इस बार नहर में पानी नहीं छोड़ा जाएगा। अब एक महीने से भी कम समय बचा है, लेकिन सिंचाई विभाग को नहर की सफाई शुरू करवाने की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि बैसाखी के दिन सिंचाई विभाग ने नहर में पानी नहीं छोड़ा तो वे उसके खिलाफ धरना देकर रोष जताएंगे। प्रदर्शन में रमेश लाल जगदीश लाल जनक राज राजकुमार पूर्ण चंद ओम प्रकाश सोमनाथ बाबा राम राजेश कुमार आदि भी उपस्थित थे।
सफाई के नाम पर खानापूर्ति करने का आरोप
प्रदर्शन में शामिल किसानों ने आरोप लगाया कि हर साल नहर की सफाई के नाम पर खानापूर्ति होती है। कागजों में सफाई का काम पूरा दिखाकर लाखों रुपये अधिकारी डकार जाते हैं। उनका कहना था कि लगता है कि इस बार भी यही होने वाला है। वे बिना नहर में सफाई हुए पानी छोड़ देंगे और सारा पैसा डकार जाएंगे। उन्होंने यह भी मांग की कि जिन नहरों पर पुल खस्ताहाल हैं, उनकी भी मरम्मत करवाई जाए। कई पुल इतने जर्जर हो गए हैं कि वे कभी भी गिर सकते हैं। उपराज्यपाल अपनी निगरानी में करवाएं नहरों की सफाई
नायब सरपंच प्रवीण कुमार ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मांग की कि वे इसकी निगरानी करें और अपनी देखरेख में नहरों की सफाई करवाएं ताकि अधिकारी भ्रष्टाचार नहीं कर पाएं। उन्होंने कहा कि उन्हें अधिकारियों से पूछना चाहिए कि यदि इस समय तक नहर में सफाई का काम नहीं पूरा हुआ है तो सिंचाई विभाग बैसाखी के दिन कैसे नहरों में पानी छोड़ेगा। यदि इसकी जांच की जाए तो कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। किसानों ने कहा कि यदि जल्द प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो किसान आंदोलन शुरू करेंगे।