Jammu : आठ दिन से बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे बडोहरी गांव के ग्रामीण
गुप्ता ने कहा कि भाजपा पहले पूर्ववर्ती सरकारों पर जम्मू संभाग से भेदभाव के आरोप लगाती थी लेकिन अब जब उसकी ही सरकार केंद्र में है जब भी पहले जैसा ही हो रहा है। वह भी कश्मीर परस्त पार्टियों की तरह ही राजनीति कर रही है।
जागरण संवाददाता, जम्मू : कंडी क्षेत्रों में हो रही पानी की किल्लत के विरोध में शिवसेना डोगरा फ्रंट ने सोमवार को बड़ी ब्राहमणा में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि इस समय बरसात का मौसम है, लेकिन कंडी इलाके के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं।
बड़ी ब्राह्माणा तहसील के बडोहरी गांव में पिछले आठ दिन से पानी की आपूर्ति बंद है। ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों को पानी के लिए दरबदर होना पड़ रहा है। डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने कहा कि पानी जैसी बु़नियादी सुविधा लोगों को देना प्रशासन का प्राथमिक कर्तव्य है, लेकिन वह इससे भी मुकर रहा है। कंडी इलाकों में पानी के प्राकृतिक स्रोत भी नहीं होते हैं। इसलिए उनकी इस परेशानी को प्रशासन को समझना चाहिए।
प्रदर्शन में शामिल संगठन के कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में खाली बर्तन पकड़े हुए थे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बडोहरी क्षेत्र में जल्द पेयजल आपूर्ति को यकीनी नहीं बनाया गया तो डोगरा फ्रंट अपने आंदोलन को और तेज करेगा। प्रदर्शन में वीना देवी, रतनो देवी, पुष्पा देवी, देवो, अमरो देवी, नीलम सोनिया, बंटू, कालू, नरेश, वास्तो देवी आदि उपस्थित थे। श्रीनगर में सभी पंपिंग स्टेशन पर लगे हैं जनरेटर सेट, जम्मू संभाग से भेदभाव क्यों डोगरा फ्रंट शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने कहा कि श्रीनगर में सभी पं¨पग स्टेशन पर जनरेटर सेट लगे हुए हैं। इसलिए जब बिजली बंद होती है तो जनरेटर चलाकर पानी की आपूर्ति की जाती है, लेकिन जम्मू संभाग में ऐसा नहीं है।
यहां के ज्यादातर पंपिंग स्टेशनों में जनरेटर नहीं हैं। ऐसे में बिजली गुल होने पर पानी की आपूर्ति भी बंद हो जाती है। गुप्ता ने कहा कि भाजपा पहले पूर्ववर्ती सरकारों पर जम्मू संभाग से भेदभाव के आरोप लगाती थी, लेकिन अब जब उसकी ही सरकार केंद्र में है, जब भी पहले जैसा ही हो रहा है। वह भी कश्मीर परस्त पार्टियों की तरह ही राजनीति कर रही है।
जम्मू के साथ अब भी उपेक्षा हो रही है। उन्होंने जम्मू संभाग के कंडी इलाकों में पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए एक कमेटी का गठन करने की मांग की। यह कमेटी कंडी इलाकों में पेयजल आपूर्ति को यकीनी बनाएगी।