शिकार पर गए वेटनरी विभाग के कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस
मदन सिंह के साथ शिकार पर कौन गया था पुलिस इस बात का पता लगा रही है।
जागरण टीम, जम्मू/विजयपुर : घर से शिकार करने निकला वेटनरी विभाग का कर्मचारी खुद शिकार बन गया। वह भी अपनी ही लाइसेंसी बारह बोर की बंदूक की गोली से। चूंकि संदिग्ध हालात में गोली लगने से मौत हुई है, लिहाजा पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया और जांच कर रही है कि सचमुच में गोली लगी कैसे? यह भी जांच की जा रही है कि मृतक मदन सिंह पुत्र छगर सिंह निवासी गढ़ मंडी गुड़ा सलाथिया किसके साथ शिकार करने के लिए गया था?
वैटरनरी विभाग में तैनात मदन सिंह ने गत मंगलवार सुबह अपने परिवार के सदस्यों को बताया कि वह शिकार करने के लिए जा रहे हैं। मदन सिंह अपने साथ अपनी लाइसेंसी गन लेकर निकला। कुछ देर के बाद परिवार को सूचना मिली कि मदन को घर से कुछ ही दूरी पर गोली लग गई है। परिवार वाले मौके पर पहुंच कर उसे अस्पताल ले गए। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसएसपी सांबा शक्ति पाठक ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि मदन सिंह ने अपनी बंदूक को कंधे में टांगा हुआ था और उसकी उंगली पिस्तौल के ट्रिगर पर थी। जंगल में चलते समय झाड़ियों में उनका पांव फिसल गया और वह नीचे गिर गया। उंगली ट्रिगर पर होने के कारण गोली चल गई और वह मदन सिंह के कंधे पर लगी। अधिक खून निकलने की वजह से उसकी मौत हो गइ। मदन सिंह के साथ शिकार पर कौन गया था, पुलिस इस बात का पता लगा रही है।
कुछ अनसुलझे सवाल
- शिकार करने के लिए कोई अकेला नहीं जाता। उसके साथ कौन था?
- यदि कोई साथ था तो वह सामने क्यों नहीं आ रहा है?
- क्या वेटनरी कर्मचारी का किसी से कोई विवाद तो नहीं था?
- यदि उंगली ट्रीगर पर थी भी तो बैरल का मुंह आगे-पीछे हो सकता है, कंधे की तरफ कैसे घूम गया?