वाल्मीकि के प्रकट दिवस पर निकाली शोभायात्रा
वाल्मीकि का प्रकट दिवस पर शोभा यात्रा से दिया एकता भाईचारे का संदेश
जागरण संवाददाता, जम्मू: महर्षि वाल्मीकि के प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर शुक्रवार को शहर में शोभायात्रा निकाल कर एकता और भाईचारे का संदेश दिया गया। शुक्रवार दोपहर को वाल्मीकि समाज के लोग गांधीनगर वाल्मीकि कॉलोनी में एकत्र हुए और यहां पर सबसे पहले मंदिर में पूजा-अर्चना की। बाद में यहां से शोभायात्रा निकाली गई, जिसका आयोजन वाल्मीकि शोभायात्रा कमेटी जम्मू कश्मीर ने किया।
शोभायात्रा में मोटर साइकिल पर सवार युवकों की टोली सबसे आगे चल रही थी। उसके बाद महर्षि वाल्मीकि की जीवन से जुड़ी झांकी थी। महर्षि वाल्मीकि बने और रथ पर सवार बच्चे सभी का ध्यान आकर्षित कर रहे थे। एक अन्य झांकी के माध्यम से समाज के अन्य गुरुओं, संतों व महान व्यक्तियों के संदेश को भी प्रचारित किया गया। इसमें सतगुरु ज्ञाननाथ, डॉ. अंबेडकर की झांकी काफी आकर्षक थी। एक अन्य झांकी में बच्चे झंडे लेकर बैठक हुए थे और ऋषि नाथ के संदेश को जन-जन तक पहुंचा रहे थे। महिलाओं की टोलियों ने महर्षि वाल्मीकि की स्तुति में भजन गाए। शोभायात्रा में समाज के लोगों ने ट्रैक्टर ट्रालियों, मिनी बसों, स्कूटर, मोटर साइकिल पर सवार होकर भाग लिया। यह शोभायात्रा गांधीनगर के गोल मार्केट, हास्पिटल रोड, बिक्रम चौक, डोगरा चौक, विनायक बाजार, इंदिरा चौक, शालामार, कच्ची छावनी, लिक रोड से होते हुए डोगरा हाल वाल्मीकि मंदिर में पहुंच कर संपन्न हुई। यहां पर सत्संग भी हुआ और समाज के वरिष्ठ लोगों को सम्मानित किया गया। वाल्मीकि शोभायात्रा कमेटी के वरिष्ठ सदस्य भारत हंस ने आए हुए मेहमानों का धन्यवाद किया। समाज के प्रतिनिधयों ने कहा कि वाल्मीकि जयंती का मुख्य कार्यक्रम रविवार को होगा, जिसमें समाज के लोग बढ़-चढ़ कर भाग लें और आशीर्वाद प्राप्त करें। इस मौके पर सांसद जुगल किशोर, स्वामी दिव्यानंद सरस्वती, चेयरमैन अजीत अंग्राल आदि उपस्थित थे।