Vaishnodevi Yatra : त्योहारों सीजन के कारण वैष्णो देवी की यात्रा में आई गिरावट
त्योहारों के सीजन को लेकर नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में मां वैष्णो देवी यात्रा में और ज्यादा गिरावट आएगी जो पारंपरिक रूप से हर वर्ष होती है और भैया दूज त्योहार के बाद एक बार फिर मां वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
कटड़ा, संवाद सहयोगी : त्योहारी सीजन को लेकर मां वैष्णो देवी यात्रा में गिरावट शुरू हो गई है। हालांकि शारदीय नवरात्र के दौरान मां वैष्णो देवी के भवन पर काफी गहमागहमी बनी हुई थी। पर धनतेरस, दीपावली, भैया दूज आदि त्योहारों को लेकर मां वैष्णो देवी यात्रा में गिरावट शुरू हो गई है। क्योंकि कुछ दिन पहले जहां प्रतिदिन 20 हजार से 25 हजार श्रद्धालु रोजाना मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आधार शिविर कटड़ा में पहुंच रहे थे तो वहीं वर्तमान में यह आंकड़ा गिरकर 17 हजार से 20 हजार के मध्य पहुंच गया है।
जानकारों का मानना है कि त्योहारों के सीजन को लेकर नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में मां वैष्णो देवी यात्रा में और ज्यादा गिरावट आएगी जो पारंपरिक रूप से हर वर्ष होती है और भैया दूज त्योहार के बाद एक बार फिर मां वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। बीते 26 अक्टूबर को जहां करीब 19 हजार श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के दर्शन किए थे तो वही 27 अक्टूबर को 18,500 श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के दरबार पहुंचे। 28 अक्टूबर को करीब 17 हजार श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी। इसी तरह 29 अक्टूबर यानी कि शुक्रवार दोपहर बाद 3:00 बजे तक करीब सात हजार श्रद्धालु भवन की ओर प्रस्थान कर चुके थे और श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी था।
वहीं वर्तमान में लगातार साफ मौसम के चलते श्रद्धालुओं के लिए दिन में मौसम खुशगवार बना हुआ है, परंतु शाम ढलते ही श्रद्धालुओं को हल्की सर्दी का एहसास निरंतर हो रहा है और श्रद्धालु गर्म कपड़े पहन निरंतर भवन की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। श्रद्धालुओं को सभी तरह की सुविधाएं बिना किसी परेशानी के उपलब्ध हो रही हैं इनमें मुख्यता हेलीकॉप्टर सेवा, बैटरी कार सेवा तथा पैसेंजर केबल कार सेवा आदि प्रमुख हैं। वही मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शन करने के उपरांत श्रद्धालु भवन पर पैसेंजर केबल कार में सवार होकर भैरव घाटी पहुंचकर बाबा भैरवनाथ के चरणों में नतमस्तक होने के साथ ही अपनी मां वैष्णो देवी यात्रा पूरी कर रहे हैं।