Ladakh Winter Sports: सुनहरे भविष्य की उम्मीद जगा रहे शीतकालीन खेल, एक से बढ़कर एक खेल प्रतियोगिताएं हो रहीं
कारगिल हिल काउंसिल इंस्टीट्यूट के लिए द्रास में 25 एकड़ जमीन देने के लिए राजी है। केंद्र सरकार की पूरी कोशिश है कि लद्दाख की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन बेहतर बनाया जाए। इसीलिए ही जनवरी महीने के दूसरे पखवाड़े में यहां साहसिक खेल शुरू किए गए।
जम्मू, विवेक सिंह: शीतकालीन खेल लद्दाख के सुनहरे भविष्य की उम्मीद जगा रहे हैं। वर्तमान में बर्फ के इस रेगिस्तान में स्विटजरलैंड जैसा नजारा है। रोमांच से भर देने वाले खेलों की एक से बढ़कर एक प्रतियोगिताएं हो रही हैं। प्रदेश प्रशासन भी बर्फ से भरे मैदानों में खेलते युवाओं की मुस्कान में विंटर टूरिज्म की बदलती तकदीर देख रहा है। इसमें केंद्र सरकार भी भरपूर सहयोग दे रही है।
केंद्र सरकार ने कारगिल जिले के द्रास में पहाड़ों की ढलानों पर स्कीइंग के लिए विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करना शुरू कर दिया है। यहां चादर ट्रैक, स्नो स्कीइंग, स्नो स्कूटर व हाइकिंग जैसे साहसिक खेल शुरू हो गए हैं। युवाओं के स्कीइंग की पढ़ाई भी कराई जा रही है। द्रास में स्कीइंग के दो कोर्सों में लद्दाख के विभिन्न हिस्सों के करीब साठ युवा हिस्सा ले रहे हैं।
गुलमर्ग की तर्ज पर अगले साल द्रास में कोर्सों का दायरा और बढ़ाया जाएगा। इस साल द्रास में माउंटेनियरिंग ट्रैकिंग इंस्टीट्यूट स्थापित कर दिया जाएगा। इसके लिए फिलहाल विभागीय प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई जा रही है। कारगिल हिल काउंसिल इंस्टीट्यूट के लिए द्रास में 25 एकड़ जमीन देने के लिए राजी है। केंद्र सरकार की पूरी कोशिश है कि लद्दाख की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन बेहतर बनाया जाए। इसीलिए ही जनवरी महीने के दूसरे पखवाड़े में यहां साहसिक खेल शुरू किए गए। केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू व केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद ङ्क्षसह पटेल इन खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए दौर कर चुके हैं।
नौ फरवरी से एलजी आइस हाकी: लद्दाख में शीतकालीन खेलों की श्रृंखला लगातार जारी है। कारगिल जिले के जंस्कार में 13 दिवसीय खेल महोत्सव और द्रास में राष्ट्रीय साहसिक खेल कार्यक्रम हो चुका है। अब लेह में नौ फरवरी से एलजी आइस हाकी कप प्रतियोगिता शुरू हो रही है। यह 16 फरवरी तक चलेगी। इसमें कारगिल और लेह जिले के पुरुष, महिलाओं की टीम हिस्सा लेगी। सेना, आइटीबीपी व महाराष्ट्र की टीमें भी खेलेंगी। इससे पहले लेह के खारू में खेलो इंडिया के तहत आइस हाकी प्रतियोगिता हो चुकी है।
द्रास बदल सकता है कारगिल की तकदीर : कर्नल ढिल्लों
उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के गुलमर्ग में स्थित इंस्टीट्यूट आफ स्कीइंग एंड माउंटेनियरिंग के सलाहकार कर्नल जेएस ढिल्लों का कहना है कि कारगिल जिले का द्रास पर्यटन की तकदीर बदलने की क्षमता रखता है। कर्नल ढिल्लों को ही केंद्र सरकार ने द्रास में इंस्टीट्यूट आफ स्कीइंग एंड माउंटेनियरिंग स्थापित करने की जिम्मेदारी सौंपी है। वह द्रास का दौर कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि द्रास में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्कीइंग, आइस हाकी के खिलाड़ी तैयार हो सकते हैं। खेलों के आयोजन से कारगिल की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। इस बार ही जंस्कार और द्रास में शीतकालीन खेलों के आयोजन के चलते पर्यटक पहुंचे। इसके कारण कई होटल खुले रहे, जोकि अमूमन सर्दी में बंद हो जाते थे।
- हमारी पूरी कोशिश है कि एडवेंचर स्पोट्र्स के जरिये दूरदराज के लोगों के आर्थिक स्तर को बेहतर बनाया जाए। कारगिल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। केंद्र सरकार को सर्दी के महीनों में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में हर संभव सहयोग देना चाहिए। -फिरोज खान,चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर, कारगिल हिल काउंसिल