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Jammu Kashmir: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिए स्पष्ट निर्देश, कहा- आतंकवाद के खिलाफ अपनाएं जीरो टालरेंस

गृहमंत्री ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि आतंकग्रस्त इलाकों में सुरक्षाबलों की गश्त बढ़ाई जाए।करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की संंख्या हाल ही में आतंकी गतिविधियों में आई तेजी और आतंकी हिंसा के पैटर्न पर विचार विमर्श हुआ।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 07:53 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 01:12 PM (IST)
Jammu Kashmir: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिए स्पष्ट निर्देश, कहा- आतंकवाद के खिलाफ अपनाएं जीरो टालरेंस
श्री अमरनाथ यात्रा को शुरू किए जाने की अंतिम तिथि पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की मौजूदगी में एक उच्चस्तरीय बैठक में श्री अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा से लेकर सीमा पर घुसपैठ रोधी तंत्र से जुड़े मुद्दों की समीक्षा की। इस दौरान आतंकी संगठनों में नए लड़कों की भर्ती रोकने, राजनीतिक लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और आतंकियों के बचे-खुचे ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) व हवाला नेटवर्क पर अंतिम प्रहार के लिए जीरो टालरेंस की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। अलबत्ता, श्री अमरनाथ यात्रा को शुरू किए जाने की अंतिम तिथि पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।

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दिल्ली स्थित उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि शाम को गृृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य पर एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इसमें केंद्रीय गृहसचिव अजय भल्ला, इंटेलीलेंस ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार, रॉ प्रमुख समंत कुमार गोयल, सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह और जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने भाग लिया। करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की संंख्या, हाल ही में आतंकी गतिविधियों में आई तेजी और आतंकी हिंसा के पैटर्न पर विचार विमर्श हुआ।

खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने आतंकियों व अलगाववादियों द्वारा जम्मू कश्मीर में माहौल खराब करने की साजिशों का जिक्र करते हुए उन्हेंं नाकाम बनाने के उपायों पर अपनी राय दी। बैठक में बताया गया कि जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर सक्रिय आतंकियों व अलगाववादियों के समर्थक इंटरनेट मीडिया पर लगातार दुष्प्रचार कर स्थानी युवाओं को आतंकवाद के रास्ते पर धकेलने की साजिश कर रहे हैं। इनमें से कई विभिन्न माध्यमों से कश्मीर में हालात बिगाडऩे के लिए पैसा भी जुटा रहे हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ से जुड़े मुद्दों पर भी विस्तार से जानकारी दी।

बैठक में सरहद पार से नशीले पदार्थाें और हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोन के इस्तेमाल के खिलाफ अपनाई जा रही रणनीति पर भी चर्चा हुई। इस दौरान एंटी ड्रोन तकनीक को सरहदी इलाकों में तैनात सुरक्षाकॢमयों को सुलभ कराने का भी फैसला लिया गया। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय राष्ट्रविरोधी और जिहादी तत्वों की निगरानी बढ़ाने व उन्हेंं चिह्नित करते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई को सुनिश्चित बनाने का भी निर्देश दिया गया।

राजनीतिक नेताओं की सुरक्षा का करें बंदोबस्त : वादी में मुख्यधारा की राजनीति से जुड़े लोगों पर आतंकी हमलों की वारदात का संज्ञान लेते हुए गृहमंत्री ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि आतंकग्रस्त इलाकों में सुरक्षाबलों की गश्त बढ़ाई जाए। सभी संरक्षित व्यक्तियों और राजनीतिक दलों के नेताओं व कार्यकर्ताआं को आतंकी खतरे का लगातार आकलन करते हुए उनकी सुरक्षा का बंदोबस्त किया जाए। उन्होंने सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच व्यापक समन्वय पर जोर देते हुए घुसपैठ रोधी तंत्र को मजबूत बनाने के उपायों पर भी संबंधित अधिकारियों का फीडबैक लिया। इस दौरान श्री अमरनाथ की वाॢषक तीर्थयात्रा 2021 के सुरक्षा कवच को लेकर भी पुलिस व सीआरपीएफ महानिदेश्क ने अपनी तैयारी से गृह मंत्री को अवगत कराया। 


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